बैतूल में कल लगेगी स्वच्छता की पाठशाला।:150 स्कूलों,आंगनवाड़ियों में एक साथ दो घंटे लगेगी क्लास; नेता, अफसर, समाजसेवी पढ़ाएंगे पाठ

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बैतूल में कल सोमवार 30 सितंबर को डेढ़ सौ स्कूलों और आंगनवाड़ियों के 10 हजार से ज्यादा स्कूली बच्चे एक साथ दो घंटे स्वच्छता की पाठशाला लगाएंगे। इस क्लास में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, समाजसेवी, डॉक्टर एनसीसी, एनएसएस कैडेट्स, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, विभागों के प्रमुख बच्चों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाएंगे। नगरपालिका बैतूल के इस नवाचार में आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने और जनजागृति का उद्देश्य है। बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल इस अभियान की अगुवाई कर रहे है। आज उन्होंने इस अभियान और आयोजन को लेकर एक बैठक को संबोधित किया। विधायक ने बताया की समाज का हर वर्ग इस अभियान से जुड़े। यह जन अभियान बने।यही इस स्वच्छता की पाठशाला का उद्देश्य है। वर्तमान और भविष्य की पीढ़ी को स्वस्थ्य वातावरण, स्वच्छता का वातावरण मिले,लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हो, स्कूली बच्चों के जरिए यह मैसेज घर घर तक पहुंचे।इसी उद्देश्य से इस कार्यक्रम का तैयार किया गया है। सीएमओ ओपी भदौरिया ने बताया कि यह सहभागिता का जन आंदोलन है।आने वाली पीढ़ी स्वच्छता के प्रति जागृत हो। भविष्य में स्वच्छता के लिए ऐसे अभियान की जरूरत न पड़े। आने वाली पीढ़ी को ऐसा स्वच्छ पर्यावरण दे की वातावरण में कोई विकृति न हो। इसी सोच के साथ इस नवाचार को शुरू किया गया है। विचार यही है की हम आने वाली पीढ़ी को क्या देकर जा रहे है। उन्होंने बताया कि बच्चो को लक्ष्य करने का उद्देश्य यही है की उन्हे स्वच्छता के लिए शिक्षित कर दिया तो पूरा समाज इस उद्देश्य में साथ होगा। पाठशाला के लिए तैयार किया पाठ्यक्रम सुबह 8 बजे से 10 बजे तक शहर के सभी डेढ़ सौ स्कूलों में एक साथ स्वच्छता की यह पाठशाला लगाई जाएगी। इसके लिए साधारण पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। आज के बच्चे कल के जिम्मेदार नागरिक बनेंगे की थीम पर इसे बनाया गया है। जिसमें पढ़ाने जाने वाले बच्चो को स्वच्छता की जरूरत का पाठ पढ़ाएंगे। इसमें, पर्यावरणविद, सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि, भूतपूर्व सैनिक संगठन, स्वयंसेवी संगठन,अधिकारी, धर्मगुरु, स्वयं सहायता समूह की बहनें, व्यापारिक संगठन, शासकीय और अशासकीय सेवाओं के संगठन, एनसीसी, एनएसएस के कैडेट्स, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बहनें, आशा बहनें, स्वच्छता मित्र, भूतपूर्व जनप्रतिनिधि एवं अन्य साथी स्वच्छता पाठशाला में शिक्षक की भूमिका में होंगे। सहभागिता का उदाहरण बनेगा यह पहल जनसहभागिता का अनूठा उदाहरण होगी। आगामी 30 सितंबर को आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम से निश्चित ही स्वच्छता के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित होंगे। इस दौरान बच्चों को साबुन से हाथ धोने के महत्व के बारे में बताया जाएगा। पेयजल स्थल को साफ-सुथरा रखने के लिये विद्यार्थियों को प्रेरित किया जाएगा। इस दौरान बच्चों को साबुन से हाथ धोने के महत्व के बारे में बताया जाएगा। पेयजल स्थल को साफ-सुथरा रखने के लिये विद्यार्थियों को प्रेरित किया जाएगा। कार्यक्रम में स्वच्छता सर्वेक्षण के दृष्टिगत रखते हुए, अपने-अपने घरों से निकलने वाले कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में रखने की अपील की जाएगी। जिले के समस्त विद्यालयों में छात्र-छात्राओं एवं विद्यालय के शिक्षकों द्वारा विद्यालय परिसर में श्रमदान कर स्वच्छता का कार्य किया जाएगा। स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से स्वच्छता ही सेवा अभियान अंतर्गत स्वच्छता की रैली, विभिन्न आकृतियों में मानव श्रृंखला, रंगोली प्रतियोगिता आदि जन भागीदारी एवं जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।