नीमच जिला अस्पताल के शिशु वार्ड में शुक्रवार रात को उस समय हड़कंप मंच गया जब यहां भर्ती 26 बच्चों की एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाने के बाद उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। किसी को उल्टी, बुखार हो गया तो किसी को शरीर में फफोले उठ गए। मौके पर तत्काल प्रशासन, पुलिस और अस्पताल के अधिकारी भी पहुंचे। पुलिस ने उक्त इंजेक्शन को जब्त कर लिया। वहीं अस्पताल में भर्ती सभी बच्चों की स्थिति सामान्य है और खतरे से बाहर बताई जा रही है। प्राप्त जानकारी अनुसार जिला अस्पताल के शिशु वार्ड में शुक्रवार रात को 8 बजे बाद की ड्यूटी में आए नर्सिंग स्टॉफ ने सभी भर्ती 26 बच्चों को ठंड व कपकपी के लिए सेफ्ट्रिएक्सोन इंजेक्शन लगाया था। थोड़ी देर बाद ही कुछ बच्चों की अचानक तबीयत बिगड़ने लग गई। परिजनों ने वहां हंगामा शुरू कर दिया और अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद एडीएम लक्ष्मी गामड़, एसडीएम ममता खेड़े, तहसीलदार संजय मालवीय, सिविल सर्जन महेंद्र पाटिल, टीआई पुष्पा चौहान पुलिस बल के साथ पहुंची। जहां पुलिस ने वहां मौजूद भीड़ को नियंत्रित किया और बच्चों के परिजनों को समझाइश दी। बताया जा रहा है कि इंजेक्शन से बच्चों को रिएक्शन होने से यह स्थिति बनी है। इसके बाद 6 बच्चों को जिला अस्पताल में ही स्थित आईसीयू में भर्ती किया गया, जबकि 3 बच्चों को परिजन निजी अस्पताल ले गए। इसके अलावा 8 बच्चे वार्ड में ही भर्ती होकर उपचार रत हैं। फिलहाल सभी बच्चों की हालात कंट्रोल में होकर खतरे से बाहर है। सेफ्ट्रिएक्सोन इंजेक्शन के 50 वायल का बॉक्स
मामले में नीमच SDM लक्ष्मी गामड़ ने कहा कि ड्यूटी स्टॉफ ने खोलकर लगाया था, उसके बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ी। बताया जा रहा है कि ये सभी बच्चे एक दिन पहले जन्मे हैं जिन्हें सुबह-शाम यही इंजेक्शन दिया जा रहा था। ऐसे में यह आशंका है कि जो नया बॉक्स खुला और उससे जो वायल उपयोग किए गए, कहीं न कहीं उसी में कुछ गड़बड़ी हो सकती है। फिलहाल यह जांच के बाद ही कनफ़र्म होगा। जिसे अस्पताल प्रशासन द्वारा उक्त इंजेक्शन के सैंपल को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। रातों रात पहुंचे डॉक्टरों ने दोबारा जांची बच्चों की सेहत इस मामले में बाद देर रात को अस्पताल में शिशु रोग विशेषज्ञ सभी डॉक्टर पहुंच गए और उन्होंने वार्ड में भर्ती सभी बच्चों की सेहत की दोबारा जांच की। डॉक्टरों ने कहा कि फिलहाल सभी बच्चों की स्थिति ठीक है। अस्पताल में बच्चों की तबीयत बिगड़ने की सूचना पर यहां पहुंचकर निरीक्षण किया गया। 6 बच्चे आईसीयू में हैं और 3 को निजी अस्पताल ले गए हैं। इस घटना का परीक्षण कराकर जांच करवा रहे है। अभी सभी बच्चों की स्थिति ठीक है। देखिए फोटोज…