शिवपुरी के सिरसौद थाना क्षेत्र के भौराना गांव में मंगलवार की देर शाम इशारेबाजी को लेकर दो परिवारों में खूनी संघर्ष हो गया। इस झगड़े में दोनों पक्षों के तीन लोग घायल हो गए। इनमें से घायल की बुधवार-गुरुवार की रात ग्वालियर के अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस इस मामले में मृतक पक्ष की शिकायत पर हत्या के प्रयास और दूसरे पक्ष की शिकायत पर मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज कर चुकी थी। बेटी की ओर इशारेबाजी करने का विरोध करने पर ताऊ की हत्या जानकारी के मुताबिक हरिसिंह रावत की बेटी की तरफ धर्मवीर रावत का बेटे मनोज रावत ने कुछ इशारे किए थे। हरी सिंह ने इसकी शिकायत मनोज के पिता धर्मवीर से की थी, लेकिन मंगलवार को धर्मवीर और उसकी पत्नी ने खेत पर काम करने के दौरान हरी सिंह की पत्नी और बेटी से गाली-गलौज शुरू कर दी। जब हरी सिंह ने टोकने का प्रयास किया तो धर्मवीर हमलावर हो गया। बता दें कि हरिसिंह मंगलवार की शाम सिरसौद थाने में शिकायत दर्ज कराने गया था। इसी दौरान पुलिस में शिकायत से भड़के धर्मवीर रावत ने अपने तीन बेटों मनोज, गिर्राज के साथ मिलकर हरिसिंह रावत के परिवार के सदस्य रणवीर सिंह रावत, सोनू रावत, अनिल रावत व अमर सिंह रावत (हरिसिंह का बड़ा भाई) पर हमला बोल दिया था। इस झगड़े में 52 साल का अमर सिंह रावत कुल्हाड़ी (फरसा) के हमले से गंभीर रूप से घायल हो गया। अमर सिंह को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां से उसे ग्वालियर से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।