ग्वालियर के एनसीसी ओटीए परिसर में बुधवार को पिपिंग सेरेमनी हुई है। सेरेमनी मेंं पहले दीक्षांत परेड की गई इसके बाद NCC के ब्रिगेडियर कमांडेंट जितेन्द्र शर्मा ने 126 प्रशिक्षार्थियों को भव्य पिपिंग सेरेमनी में रैंक प्रदान किए गए। इसके साथ ही अधिकारी द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के समक्ष शपथ दिलवाई गई जिसके तहत सभी प्रशिक्षार्थियों ने NCC के नियमों पर अमल करने की शपथ ली।
NCC ओटीए रैंक लेने वाली मधुबाला ने बताया कि वह 2 साल से नवेल बिंग को कमांड कर रही हैं। ग्वालियर NCC ओटीए में ट्रेनिंग लेने के लिए वह काफी समय से इंतजार कर रही थी। मुझे यहां पर बहुत कुछ सीखने को मिला है। मुझे अपने आप पर बहुत गर्व हो रहा है। मैं आखिरकार अफसर बन गई हूं। मुझे आज बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने बताया कि NCC एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां आकर आप अपने लिए कुछ सीखते हैं बल्कि यहां ओवर ऑल डेवलपमेंट होता है। आप NCC जॉइन करने के बाद ही यह सब सीख सकते हैं, क्योंकि जिस तरह के एनसीसी में तरह-तरह के कैंप लगते हैं। जिससे हमारा फिजिकल और मेंटल डेवलपमेंट भी होता है।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए ब्रिगेडियर कमांडेंट जितेन्द्र शर्मा का कहना था कि हमारे पास ग्वालियर एनसीसी ओटीए की स्थापना की गई है। इसके दो उद्देश्य है। एक NCC एसोसिएट, एनसीसी कैंडिडेट को ट्रेनिंग देना। और उसके साथ एक और जो बड़ा उद्देश्य है वह विमिन अंपायरमेंट है हमारे सीसी में पूरे देश भर से 126 एनसीसी एसोसिएट कैंडिडेट प्रशिक्षण लेने आई थी। यह कैंडिडेट देश भर के 17 जगह से आए हैं। यहां पर आकर इन्होंने 45 दिन की कड़ी ट्रेनिंग ली है, जिसका नतीजा है वुमन, नारी शक्ति किस तरह से आगे बढ़ रही है।
इनको मिले यह पदक
– कनिष्ठ स्कन्ध की मेरिट कम में प्रथम होने पर कमांडेंट का स्वर्ण पदक राजस्थान निदेशालय की केयर टेकर अफसर अनिता मीना को प्रदान किया गया।
– कोर्स में सर्वश्रेष्ठ एएनओ होने के लिये “एनसीसी महानिदेशक ट्रॉफी” एनईआर निदेशालय की केयर टेकर अफसर बदप कायरेह नोंगकसेह को प्रदान किया गया।
– एनसीसी विषयों में सर्वश्रेष्ठ एएनओ होने के लिये “शर्मा कप” एनईआर निदेशालय की केयर टेकर ऑफिसर हूमिलिटी रक्षा मिंज को प्रदान किया गया।
– विशेष कौशल प्रदर्शन के लिये “कमांडेंट का स्वर्ण पदक” जम्मू एवं काश्मीर निदेशालय की केयर टेकर ऑफिसर मधु बाला को प्रदान किया गया।
– नेतृत्व विशेषता में प्रथम होने के लिये “कमांडेंट का स्वर्ण पदक” महाराष्ट्र निदेशालय की थर्ड ऑफिसर प्रतिदन्या प्रभाकर मायकर को प्रदान किया गया।
– ड्रिल में सर्वश्रेष्ठ एवं परेड को कमान करने के लिये “कमांडेंट का स्वर्ण पदक” एनईआर निदेशालय की थर्ड नओरेम ऑफिसर बिंदया देवी को प्रदान किया गया।
– चेम्पियनशिप बैनर “अहिल्याबाई” कंपनी को प्रदान किया गया जिसे राजस्थान निदेशालय की अंकिता पंवार को मिला।