भेल के श्रमिकों ने गुरुवार को सोनागिरी स्थित बीमा अस्पताल के सामने प्रदर्शन किया। श्रमिकों का आरोप है कि अस्पताल में उन्हें अच्छा इलाज नहीं मिल रहा है। वहीं गंभीर मरीज को दूसरे सर्वसुविधायुक्त अस्पतालों में रेफर भी नहीं किया जा रहा है। गंभीर मामलों में श्रमिकों को रेफर किया जाना चाहिए। श्रमिक नेता दीपक गुप्ता के नेतृत्व में बड़ी संख्या में श्रमिक अस्पताल पहुंचे और परिसर में जमकर नारेबाजी की। उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल हैं। श्रमिकों के वेतन से हर महीने राशि काटी जाती है, बदले में उन्हें अच्छा इलाज मिलना चाहिए, जो नहीं मिल रहा है। गुप्ता ने बताया कि गंभीर मामलों में भी मरीज को रेफर न करने से कई बार मौत तक हो जाती है। वहीं ऐसी स्थिति में श्रमिक प्राइवेट अस्पतालों में जाते हैं, जिससे उन पर आर्थिक भार भी बढ़ता है। उन्होंने बताया कि अस्पताल का भवन खराब स्थिति में है। उसे सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की तरह बनाया जाए। स्पेशलिस्ट नहीं हैं, जिससे भी मरीज परेशान होते हैं। पैरामेडिकल व नर्सिंग स्टॉफ की भी कमी है। पहले सीटी स्कैन, एमआरआई, डिजिटल एक्सरे, 24 घंटे पैथालॉजी, आईसीयू, सेंट्रल ऑक्सीजन सुविधा देने का आश्वासन दिया गया था, जो पूरा नहीं हुआ। गुप्ता ने बताया कि बीमा अस्पताल के प्रबंधन को ज्ञापन देकर शीघ्र स्वास्थ्य सुविधाएं बहाल करने की मांग की है। प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जेपी धनोपिया, बीडी गौतम, केके नेमा, हाकिम सिंह, प्रकाश चौकसे सहित सैकड़ों कांग्रेसजन शामिल हुए।