सीएए से जुड़े मामलों की सुनवाई कर चुके जस्टिस सुरेश कुमार कैत आज राजभवन में एमपी हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस पद की शपथ लेंगे। राज्यपाल मंगुभाई पटेल जस्टिस कैत को चीफ जस्टिस पद की शपथ दिलाएंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, चीफ सेक्रेट्री वीरा राणा के अलावा न्यायाधीशों और अधिकारियों की मौजूदगी रहेगी। एमपी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बनाए गए कैत दिल्ली हाईकोर्ट के वरिष्ठ जज रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाइ चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली कॉलेजियम ने 17 सितम्बर को उनके नाम की अनुशंसा की थी। इसके बाद उन्हें चीफ जस्टिस बनाए जाने के आदेश जारी हुए थे। राजभवन में शपथ समारोह के बाद जस्टिस कैत मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा आयोजित दोपहर भोज में राज्यपाल मंगुभाई के साथ शामिल होंगे। इन महत्वपूर्ण फैसलों में रहे शामिल चार माह से रिक्त है चीफ जस्टिस का पद एमपी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का पद चार माह से रिक्त है। चीफ जस्टिर रवि मलमठ द्वारा 24 मई से अवकाश ग्रहण करने के बाद इस पद पर पहले जस्टिस शील नागू और फिर जस्टिस संजीव सचदेवा को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। अब जस्टिस कैत को चीफ जस्टिस बनाया गया है। कॉलेजियम ने जुलाई 2024 में जस्टिस जीएस संधूवालिया को मुख्य न्यायाधीश बनाने की अनुशंसा की थी। इसी माह इसमें संशोधन कर कैत को मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। हरियाणा के रहने वाले, दिल्ली से कानूनी सफर जस्टिस कैत मूलत: हरियाणा के रहने वाले हैं। जस्टिस कैत का कानूनी सफर दिल्ली से शुरू हुआ। दिल्ली विवि से लॉ की डिग्री लेने के बाद उन्होंने 1989 में वकालत शुरू की। उन्होंने केंद्र के भारतीय रेलवे, यूपीएससी सहित कई के केस लड़े। 2008 में दिल्ली हाईकोर्ट में अतिरिक्त जज नियुक्त किया गया और 2013 में स्थायी जज के तौर पर पदोन्नत किया गया। तन्खा ने किया ट्वीट, अगली बार आदिवासी हों चीफ जस्टिस सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट विवेक तन्खा ने चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत को चीफ जस्टिस बनने पर बधाई दी है। तन्खा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा है कि मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में पहली बार एक विद्वान, दलित जज हमारे प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश का पद ग्रहण करेंगे। अगली बार आदिवासी हो तो जस्टिस सिस्टम के प्रति विश्वास और बढ़ेगा।