सागर पुलिस ने शनिचरी पुलिस चौकी के पास से किराए के मकान में संचालित हो रहा अंतरराज्यीय ऑनलाइन सट्टा पकड़ा है। कार्रवाई में 9 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। गिरफ्तार सटोरियों में 7 छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं। वह सागर के सट्टा किंग अमन जैन के कहने पर सागर आकर ऑनलाइन सट्टे का अंतरराज्यीय नेटवर्क संचालित कर रहे थे। पुलिस ने कार्रवाई कर सटोरियों के कब्जे से 1 करोड़ रुपए का लेखा-जोखा, 13 पासबुक, 19 चेकबुक, 26 एटीएम कॉर्ड, 22 मोबाइल, 3 लैपटॉप और 50 से अधिक सिमें जब्त की हैं। मामले में फरार मुख्य आरोपी अमन जैन को पुलिस ने इंदौर से गिरफ्तार किया है। पुलिस गिरफ्तार सटोरियों से ऑनलाइन सट्टे के नेटवर्क के संबंध में पूछताछ कर रही है। पूछताछ के दौरान इंदौर में भी आरोपियों का नेटवर्क होने के साक्ष्य मिले हैं। जिसके आधार पर पुलिस टीम इंदौर रवाना की गई है। मामले की जांच में ऑनलाइन सट्टे के बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।
अब पढ़िए कैसे पकड़ाया ऑनलाइन सट्टे का नेटवर्क
मोतीनगर थाना पुलिस ने शनिवार को मुखबिर की सूचना पर राहतगढ़ ओवर ब्रिज के नीचे से ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से खेलों पर सट्टा खिलाते हुए संकेत पिता संतोष जैन उम्र 34 साल निवासी शास्त्री वार्ड को गिरफ्तार किया। थाने लाकर पूछताछ की गई है। पूछताछ में संकेत ने बताया कि वह विशाल पिता हरिशंकर साहू और अमन पिता अनिल जैन के लिए काम करता है। बडे स्तर पर अजय रैकवार निवासी शनिचरी के मकान में ऑनलाइन वेबसाइट लोटस 365 के माध्यम से अलग-अलग खेलों पर लोगों से रुपयों का दाव लगवाकर ऑनलाइन सट्टा संचालित किया जा रहा है। इनपुट मिलते ही कार्रवाई के लिए टीमें गठित की गई। पुलिस टीम शनिचरी वार्ड में पहुंची। अजय रैकवार निवासी शनिचरी के मकान पर दबिश दी। टीम तीसरी मंजिल पर पहुंची। जहां कमरे का दरवाजा खटखटाया तो एक युवक ने खोला। जैसे ही उसने दरवाजा खोला पुलिस अंदर पहुंच गई। कमरे में मौजूद 7 सटोरियों को हिरासत में लिया। तलाशी लेने पर मौके से बड़ी मात्रा में अलग-अलग बैंकों की चेक बुक, पासबुक, एटीएम कार्ड, मोबाइल, लैपटॉप, जिओ फाइबर वाईफाई, हिसाब-किताब के रजिस्टर बरामद हुए। सामान जब्त कर सटोरियों को हिरासत में लेकर पुलिस थाने लाई। जहां उनसे पूछताछ की जा रही है।
कार्रवाई में यह आरोपी हुए गिरफ्तार
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी इम्तियाज पिता मुमताज रयान उम्र 27 साल निवासी भिलाई पावर हाउस थाना छावनी, तुकेश्वर पिता राजेश कुमार साहू उम्र 19 साल निवासी वृंदावन नगर कैंप 1 भिलाई, मोहम्मद आफताब पिता मोहम्मद एनूल उम्र 20 साल कैंप 1 भिलाई, कबीर पिता दीपक कुमार कोरी उमर 22 साल निवासी कैंप नंबर 1 सुखेलो, निखिल कुमार पिता सुभाष प्रसाद महतो उम्र 20 साल निवासी भिलाई पावर हाउस के पास बसंत टाकीज, गोलू उर्फ निखिल पिता मंगलदास सतनामी उम्र 21 साल निवासी कैंप नंबर 1 भिलाई और मोहम्मद जावेद पिता शेख कमरुद्दीन उम्र 20 साल निवासी बसंत टॉकीज के पीछे थाना छावनी जिला दुर्ग छत्तीसगढ़ को गिरफ्तार किया है। साथ ही दूसरे कमरे से विशाल पिता हरीशंकर साहू उम्र 37 साल निवासी विजय टॉकीज सागर को गिरफ्तार किया गया है।
ऐसे संचालित करते हैं ऑनलाइन सट्टे का नेटवर्क
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ऑनलाइन वेबसाइट लोटस 365 के माध्यम से क्रिकेट समेत अन्य खेलों पर अवैध सट्टा संचालित करते हैं। वेबसाइट की एक लिंक जारी की जाती है। जिस पर लोगों से सट्टा लगवाया जाता है। सट्टा लगाने वाले को दो से तीन गुना तक मुनाफे का लालच दिया जाता है। इस पूरे काम के लिए फर्जी दस्तावेजों पर ली गई अलग-अलग कंपनियों की सिमों का उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही फर्जी बैंक खातों को किराए पर लेकर उनमें सट्टे के पैसों का ट्रांजेक्शन किया जाता है। सोशल मीडिया ग्रुप बनाकर सट्टा खेलने वालों को जोड़ा जाता है। जिसमें सट्टे से संबंधित जानकारी दी जाती है। इन्हीं ग्रुपों में सट्टे खेलने के लिंक दी जाती है। पुलिस उक्त सोशल मीडिया ग्रुप जब्त किए हैं। जिनमें सागर समेत अन्य शहरों के लोग जुड़े हुए हैं। फर्जी खातों में डलवाते हैं पैसा, एटीएम से निकालते
कार्रवाई में पकड़ाए सटोरिए बेहद शातिर हैं। वे सट्टे का पैसों के लिए अलग-अलग शहरों के बैंक खातों को किराए पर लेते हैं। फर्जी बैंक खातों में सट्टे के पैसों को जमा कराते हैं। जिसके बाद एटीएम कॉर्ड की मदद से उक्त पैसों को निकालते हैं। आरोपी पूरा नकद पैसा निकालने के बाद सट्टा सरगना अमन जैन को देते है।
वेबसाइट से कस्टमर को डाटा निकाल लगाते हैं फोन
सटोरियों को लोटस 365 वेबसाइट के माध्यम से कस्टमर का डाटा दिया जाता है। जिसके आधार पर वह फर्जी सिम कार्ड की मदद से उन्हें फोन लगाते हैं और अपना नाम गलत बताते हैं। फोन लगाकर उक्त कस्टमर को सट्टे के संबंध में प्रलोभन देते हैं और अलग-अलग खेलों पर उनकी वेबसाइट पर आकर सट्टा लगाकर दो से तीन गुना लाभ कमाने का लालच देते हैं।
1 हजार रुपए दिन में लगाए बुकी
सटोरिए सागर में अपना नेटवर्क फैलाए हुए हैं। उन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में युवकों को 1 हजार रुपए दिन में बुकी बनाकर लगा रखा है। उनका काम रहता है कि वह लोगों को सट्टे की वेबसाइट के बारे में बताएं और ग्रहकों को जोड़ने का काम करें। जिसके बदले में उन्हें 1 हजार रुपए दिन दिया जाता है।
आरोपियों के पास इन बैंकों की पासबुक, चेकबुक मिली
कार्रवाई में बड़ी मात्रा में बैंकों की पासबुक, चेकबुक, एटीएम कार्ड जब्त किए गए हैं। जिसमें यूनियन बैंक, यश बैंक, सेंट्रल बैंक, कर्नाटका बैंक, बंधन बैंक, केनरा बैंक, उतराक्स बैंक,कोटक महिंद्रा बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, आरबीएल बैंक, उत्कृष्ट स्माल फाइनेंस बैंक आदि की चेकबुक, पासबुक और एटीएम कार्ड जब्त हुए हैं। जिनको लेकर पुलिस जांच कर रह है।
ट्रेनिंग लेकर छत्तीसगढ़ से सागर आए थे सटोरिए
सागर निवासी मुख्य आरोपी अमन जैन ऑनलाइन सट्टे के नेटवर्क को संचालित कर रहा था। वह इंदौर, छत्तीसगढ़ समेत अन्य स्थानों पर अपना नेटवर्क फैलाए हुए है। इसी के चलते वह छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के 7 युवकों को सागर लेकर आया था। उन्हें ऑनलाइन सट्टा खिलाने, लिंक और एप की ट्रेनिंग दी गई थी। करीब तीन महीनों से छत्तीसगढ़ के युवक सागर के शनिचरी इलाके में किराए के मकान में रहकर ऑनलाइन सट्टे का संचालन कर रहे थे। इंदौर में सट्टे का नेटवर्क फैलाने की कर रहा था प्लानिंग ऑनलाइन सट्टा मामले में फरार मुख्य आरोपी अमन जैन निवासी नमक मंडी सागर को पुलिस ने इंदौर में दबिश देकर गिरफ्तार किया है। आरोपी अमन इंदौर में रहकर ऑनलाइन सट्टे का नेटवर्क शुरू करने की प्लानिंग कर रहा था। वहां भी वह छत्तीसगढ़ के युवाओं को लेकर पहुंचा था। आरोपी अमन को सागर लाकर पुलिस पूछताछ की कर है। पुलिस के अनुसार आरोपी अमन ऑनलाइन सट्टा खिलाता है। वह सट्टे का नेटवर्क शुरू करने के लिए पहले अपना पैसा लगाता है। जिसके बाद ऑनलाइन सट्टा संचालित करने में माहिर छत्तीसगढ़ के युवाओं को लाता है और उनके साथ काम करता है। छत्तीसगढ़ के सटोरिए कमाई में 50% के हिस्सेदार होते हैं। सट्टे के नेटवर्क की हर लिंक को खंगाल रहे एडिशनल एसपी लोकेश सिंहा ने बताया कि शनिचरी इलाके से बड़े स्तर पर ऑनलाइन सट्टा पकड़ा है। गिरफ्तार आरोपियों में 7 छत्तीसगढ़ राज्य के रहने वाले हैं। आरोपियों के कब्जे से मोबाइल, लैपटॉप, सट्टे का हिसाब-किताब समेत अन्य सामग्री जब्त हुई है। वह ऑनलाइन लिंक, वेबसाइट के जरिए सट्टा संचालित कर रहे थे। आरोपियों से जब्त मोबाइल व लैपटॉप के डाटा की जांच कराई जा रही है। जांच में ऑनलाइन सट्टे के नेटवर्क को क्रेक किया जाएगा।