पन्ना जनपद पंचायत की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत इटवाकलां में अंतिम संस्कार के लिए मुक्ति धाम के नहीं हाेने से लोग शवाें के अंतिम संंस्कार के लिए परेशान हो रहे है। मंगलवार को गांव के छात्रावास पदस्थ कर्मचारी की बीमारी के चलते मौत हो गई। लेकिन पंचायत में मुक्ति धाम नहीं होने से परिजन अंतिम संस्कार के लिए परेशान होते रहे। दरअसल, जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत इटवांकला क्षेत्र में नयापुरा, मड़ैयन, डोभा, लुधगवा, रामपुरा गांव शामिल है। जिनमें डोभा गांव में दो मुक्ति धाम है। इसके अलावा पंचायत के किसी गांव में मुक्ति धाम नहीं है। इटवांकला में सिर्फ कागजों में मुक्ति धाम बना है। पंचायत की आबादी 8275 हैं, जिसमें 4396 पुरुष और 3879 महिलाएं है। सोमवार रात को छात्रावास में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी भैयालाल चौधरी की उल्टी दस्त के चलते मृत्यु हो गई थी। मंगलवार सुबह परिजनों ने जब उनके अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगे तो पता चला कि वहां गांव के दबंगों ने अवैध कब्जा कर खेती करना शुरू कर दिया। इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने ग्रामीणों ने पंचायत भवन में ही अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियां डाल दी। सरपंच और सचिव ने मौके पर पहुंचकर सभी को समझाईश दी। इसके बाद परिजनों ने अतिक्रमण वाली जमीन पर ही अंतिम संस्कार किया। मामले में ग्राम पंचायत के सचिव गणेश कुशवाहा ने बताया कि इटवांकला कला में एक मुक्ति धाम है। दूसरे का प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा, स्वीकृति मिलने पर मुक्ति धाम बनवाया जाएगा।मड़ैयन गांव में मुक्ति धाम के लिए 2.75 लाख की राशि स्वीकृत है। जिस जमीन पर मुक्ति धाम बनवाया जा रहा था, उसमें विजय कुशवाहा नाम के व्यक्ति ने अवैध कब्जा किया है।