इंदौर में डिवाईन ज्वेलर्स पर धोखाधड़ी के मामले में दो केस दर्ज किया गया है। दोनो मामले क्राइम ब्रांच ने दर्ज किये। बताया जाता है कि कनार्टका बैक की तरफ से करीब 12 करोड़ से ज्यादा की धन राशि को लेकर शिकायत की गई थी। इसकी जांच के बाद क्राइम ब्रांच ने कारवाई की है।
क्राइम ब्रांच के एडीशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि कर्नाटका बैक के मैनेजर अमित कुमार की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने एक मामले में डिवाईन ज्वेलर्स के गौरीशंकर सोनी,राजेश कुमार सोनी,कंचना देवी मोसूम,मनोज कुमार सोनी,पूनम सोनी और नेहा सोनी पर केस दर्ज किया है। जांच में पता चला कि डिवाईन ज्वेलर्स के बैक स्टेटमेंट और लोन सेन्सन के पेपर कर्नाटक बैक द्वारा प्राप्त किये गए। आडिटर ने रिपोर्ट को सदिंगध माना। इस दौरान इनकम टैक्ट स्टेटमेंट,जीसटी स्टेटमेंट,आडिट बेलेस सीट चैक की गई।
जिसमें मेसर्स डिवाईजन ज्वेलर्स शॉप नंबर 210 बडा सराफा के भागीदार गौरी शंकर,उनके भाई राजेश जमानत दार कचंना देवी,मनोज कुमार सोनी,दिलीप,पूनम और नेहा की बैक अंकाउट की जानकारी निकाली। जिसमें संदिग्ध खातो की जांच में सामने आया कि दिसंबर 2020 में स्टॉक स्टेटमेंट 775.26 लाख का दिया गया। जो आर्डिट कराने पर 320.7 लाख का ही निकला। बैक के लोन टर्म एंव कडिंशन के हिसाब से अमाउंट का उपयोग ज्वेलरी के लिये करना था। लेकिन लेकिन उसका उसका उपयोग निजी काम और फंड जनरेट के लिये किया गया। वही डिवाईन ज्वेलर्स को अंकाउट कर्नाटका बैक में रखना था। उन्होेंने इस शर्त का उल्लघंन करते हुए अंकाउट आईसीआईसीआई राजबाड़ा बैक में खोलकर अमांउट को फंड डायवर्सन किया। वही इन 1 करोड़ 34 लाख से ज्यादा अंमाउट का
प्रियंका केवलिया,करूणा लबड़े,श्याम राव,राकेश जैन मुकेश कुमार खत्री,राकेश कुमार उपाध्याय,अंगुली जैन,रानी जैन ज्योति लबड़े,अजित कुमार जैन,गरिमा,प्रीति जैन,अभय कुमार जैन,विभा जैन,पिंकी कसेरा को संदिग्ध तरीके से किया गया। जिसमें कोराना के समय सोना खरीदने का बिल देना बताया गया। वही स्टॉक को कच्चे बिल में बेचकर वर्किग केपीटल में जमा नही कराई। जिसमें चेक करने पर तारीखों में अंतर मिला। संदिग्ध लेनदेन को सही बताने का प्रयास किया गया। इसमें कई नियमो और शर्ता का उल्लघंन होना पाया गया।
वही क्राइम ब्रांच ने एक ओर फर्जीवाडे में दिलीप कुमार सोनी,मनोज कुमार सोनी,गौरीशंकर सोनी,राजेश कुमार सोनी,कंचना देवी मोसुम पर एक ओर प्रकरण दर्ज किया है। इसमें भी कनार्टका बैक की तरफ से एफआईआर की गई है। इसमें 73 लाख से ज्यादा का संदिग्ध लेनदेन ओजषवी जैन,सनत कुमार जैन,तारा जैन,अर्जुन सिंह,प्रीति देवी,कपिल जैन,भारती जैन,रामविहारी श्रीवास्तव,प्रीति सारस्वत को किया गया। जिसमें आडिट बेलेस शीट में हेरफेर किया गया। वही उन्हें भी कोविड के दौरान सोना खरीदना बेचना बताया गया।