भोपाल के कोलार इलाके में रहने वाले युवक ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। पुलिस को उसके पास से सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने लिखा कि मां मुझे माफ कर देना। मैने आपको बहुत परेशान किया। मेरे मोबाइल फोन को मेरी अर्थी के साथ ही जला देना। तभी मेरी आत्मा को शांति मिलेगी। बड़े भाई से निवेदन है कि मेरी मां का बहुत खयाल रखना। आपका छोटा भाई, मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। घटना शुक्रवार की शाम की है। पीएम के बाद शनिवार को बॉडी परिजनों को सौंप दी गई है। धनराज अहिरवार (19) पुत्र स्वर्गीय शिवराम अहिरवार निवासी सी सेक्टर सूर्य कॉलोनी पांचवी कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ चुका था। फिलहाल कोई काम नहीं करता था। धनराज के भाई नारायण अहिरवार ने बताया कि बहन और मां घरों में काम करती हैं। शुक्रवार को दोनों काम पर गई थीं। वह अलग रहते हैं और प्राइवेट जॉब करते हैं। पिता की बीमारी के चलते 6 साल पहले मौत हो चुकी है। घटना के समय भाई घर में अकेला था। तभी उसने फांसी लगा ली। उसकी मौत की सूचना पड़ोसियों ने दी थी। तब बहन और मां फिर मैं मौके पर पहुंचा था। महिला से बात करने पर मां लेती थी आपत्ति नारायण का कहना है कि धनराज की एक विवाहित महिला से दोस्ती थी। वह उससे फोन पर बेहद बातचीत करता था। उसके घर भी आना जाना था। इस बात पर मां को एजराज था। इससे नाराज होकर मां उसे फटकार लगाती थी। जिससे वह नाराज हो जाया करता था। शुक्रवार को हमसे पहले सुसाइड की सूचना मोहल्ले में रहने वाली इसी महिला को मिली। उसने परिजनों के साथ घर आकर भाई के शव को फंदे से उतार दिया था। जब हम घर पहुंचे तो शव जमीन पर मिला। भाई ने पेंट की जेब में सुसाइड नोट छोड़ा है, इसमे मोबाइल को अर्थी के साथ जला देने की बात लिखी है। घर से परेशान था युवक केस की जांच कर रहे एएसआई संतोष कुमार ने बताया कि युवक ने घर से परेशान होकर खुदकुशी की है। मां व अन्य परिजन उसे काम करने के लिए बोलते थे। इस बात से वह नाराज हो जाया करता था। शुरुआती जांच में इसी तनाव में आने के बाद उसके द्वारा सुसाइड की बात सामने आ रही है। परिजनों के डिटेल बयान अभी दर्ज नहीं किए जा सके हैं। बॉडी पीएम के बाद परिजनों को सौंप दी है।