इंदौर के एबी रोड स्थित प्रेस कॉम्प्लेक्स की एक बिल्डिंग से 11वीं के स्टूडेंट ने छलांग लगाकर सुसाइड कर लिया। छात्र का नाम विनायक मिश्रा है। सुबह वह योगा करने छत पर गया था। पांचवीं मंजिल से संदेहास्पद तरीके से कूद गया। पुलिस को रूम से सुसाइड नोट भी मिला है। मामले में एमआईजी पुलिस जांच की जा रही है। छात्र किस बात से परेशान था इसका खुलासा नहीं हुआ है। घटना शनिवार सुबह करीब 7 बजे की है। अंग्रेजी में लिखे सुसाइड नोट में स्टूडेंट ने इंग्लिश में कई बार सॉरी लिखा है। उसने लिखा कि ईश्वर के लिए आप सभी मुझे माफ कर दीजिए। मौत एक सच्चाई है, जिसे हम सभी को स्वीकारना होगा और आगे भी बढ़ना होगा। सभी का जीवन उज्ज्वल हो, सेहत ही संपत्ति है। मैं सामान्य बच्चा नहीं हूं। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त किया है। सुसाइड नोट में लिखा-आई एम सॉरी…आई एम कमिंग सून… पुलिस ने जब विनायक के कमरे की जांच की तो एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने अंग्रेजी में बार-बार सॉरी लिखा है। ईश्वर के लिए आप सभी मुझे माफ कर दीजिए। मौत एक सच्चाई है, जिसे हम सभी को स्वीकारना होगा और आगे भी बढना होगा। सभी का जीवन उज्ज्वल हो, सेहत ही संपत्ति है। मैं सामान्य बच्चा नहीं हूं। साथ ही लिखा कि आई एम कमिंग सून…। छात्र डिप्रेशन में था और अपने रूम मेट्स से बार-बार कह रहा था कि गणेशजी चले गए, वो भी चला जाएगा। नीलगिरी होस्टल में रहता था एमआईजी पुलिस के अनुसार घटना सुबह करीब 6.30-7 बजे की है। छात्र विनायक पिता विनोद मिश्रा मूल रूप से मैहर (सतना) का रहने वाला था। स्वदेश भवन के चौथे माले स्थित नीलगिरी होस्टल में रहता था। यहां वह बर्फानी एकेडमी में 11वीं कक्षा में पढ़ाई करता था। रोज की तरह वो शनिवार सुबह योगा करने के लिए होस्टल की छत पर गया। कुछ देर बाद नीचे तैनात गार्ड को कुछ गिरने की आवाज आई। देखा तो विनायक खून से लथपथ पड़ा था। उसने कुछ देर बाद दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची। बहन सिमरन और परिचित उसे अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि बहन होस्टल के नीचे वाले फ्लोर पर रहती है। वह भी पढ़ाई कर रही है। प्रारंभिक तौर पर सुसाइड का मामला प्रारंभिक तौर पर यह मामला आत्महत्या का है। छात्र विनायक के कमरे में एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसे जब्त कर लिया गया। वहीं विनायक के पार्टनर से भी इस बारे में पूछताछ की गई तो उसने बताया कि कुछ दिनों से विनायक परेशान था। वह कह रहा था कि गणेशजी चले गए, उसे भी जाना है। हालांकि उस समय उसका पार्टनर यह नहीं समझ पा रहा था कि यह बातें कहने के पीछे उसका मकसद क्या है। – मनीष लोधा, थाना एमआईजी टीआई