अनंत चतुर्दशी पर निकलने वाली झांकियों का इंतजार आज रात को खत्म होने वाला है। आज रात 9 बजे शुरू होने वाली झांकियां निकलने का सिलसिला बुधवार को अलसुबह तक जारी रहेगा। हजारों लोग झांकियां देखने के लिए आएंगे। शहर में झांकियों को पारंपरिक मार्ग से निकाला जाएगा। साथ ही इस बार डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। जिसके कारण इस बार झांकी संचालक बैंड व ढ़ोल ताशों का ही अधिक उपयोग करते हुए दिखाई देंगे। रात 9 बजे के बाद झिलमिल झांकियों का कारवां शुरू होगा। जो झंडा चौक, रणजीत चौक, एमजी रोड़, मोटी माता, बाबा रामदेव मंदिर, कालका माता, कारगिल चौक, गुरु गोविंद चौक, गायत्री माता मंदिर,पाटी नाका, योगमाया मंदिर तक बुधवार सुबह पहुंचेगा। झांकियों के रूट पर हुए गड्ढ़ों को नगर पालिका की टीम ने मुरुम डालकर बंद कर दिया है। वहीं बिजली कंपनी द्वारा कम ऊंचाई वाले तारों को ऊंचा किया गया है। 24 झाकियां और दो अखाड़े करेंगे प्रदर्शन इस बार शहर में विभिन्न गणेश पंडालों द्वारा झांकी सजाई गई है। पुलिस के अनुसार इस बार शहर में 24 झांकिया सामाजिक व धार्मिक संदेश देते हुए दिखाई देगी। साथ ही दो अखाड़ों द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा। अखाड़ों में पहलवान करतब करते हुए दिखाई देंगे। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम पुलिस ने इस बार भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। जगह जगह सीसीटीवी कैमरों के साथ आसमान से ड्रोन भी भीड़ पर नजर रखेंगे। पूरे इवेंट की लाइव निगरानी की जाएगी। चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात होगा। महिला सुरक्षा बल, ट्रैफिक पुलिस और अन्य सभी दलों को तैनात किया जाएगा। कैसे बनती हैं झांकियां झांकियों को बनाने के लिए एक से दो महीने का समय लगता है। एक झांकी में हजारों बल्ब, लाइटें, मूर्तियां और डेकोरेशन का सामान लगता है। कई मजदूर दिन रात काम करते हैं। पहले बड़ी ट्राली तैयार की जाती है फिर उस पर झांकी बनाई जाती है।