स्वच्छ भारत मिशन के दस साल पूर्ण होने पर सरकार के निर्देश के तहत 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक बालाघाट नगरपालिका ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान को आयोजित करेगी। भारत सरकार ने इस वर्ष इस अभियान की थीम ‘स्वभाव स्वच्छता एवं संस्कार स्वच्छता‘ रखा है। इसको लेकर नगर पालिका सभागार में 16 सितंबर को दोपहर 02 बजे से सत्तापक्ष और विपक्ष के पार्षदों सहित समाजसेवी संस्थाओं के साथ बैठक आहूत की गई। जिसमें स्वच्छता को लेकर जनसहभागिता सुनिश्चित करते हुए तय किया गया कि शहर में वृहद स्तर पर सफाई अभियान संचालित करने के साथ ही स्वच्छता से संबंधित विभिन्न गतिविधियों को आयोजित किया जाएगा। इस दौरान नपाध्यक्ष भारती ठाकुर, स्वचछता एम्बेसेडर मीना चावड़ा, सीएमओ निशांत श्रीवास्तव, पार्षद आशुतोष डहरवाल, पूर्व पार्षद छविराम नागेश्वर, रामभाऊ पंचेश्वर और नगरपालिका स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। नपाध्यक्ष ने बताया कि 17 सितंबर से सफाई एवं अन्य गतिविधियों का आयोजन कर आम लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जायेगा। इस अभियान के सभी कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों और आम लोगों की भागीदारी भी सुनिश्चित करने के साथ ही स्वच्छता के क्षेत्र में काम करने वाले गैर-सरकारी संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा। स्वच्छता ही सेवा अभियान के शुभारंभ के अवसर पर मंगलवार को नगर पालिका के वार्डों में स्वच्छता सभाओं का आयोजन करने के साथ ही स्वच्छता को लेकर शपथ ली जाएगी और सार्वजनिक स्थानों पर सफाई अभियान चलाया जाएगा और आगामी 1 अक्टूबर को प्रमुख स्थलों पर प्रातः 10 बजे से ‘एक समय-एक साथ-एक घंटा‘ सफाई अभियान चलाया जाएगा। अभियान का समापन आगामी 2 अक्टूबर को होगा। इस मौके पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित करने के साथ ही ‘एक पेड- मां के नाम‘ पौधरोपण कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। इस दौरान स्वच्छता को लेकर बैठक में विपक्षी पार्षदों ने कचरा वाहनों की समस्या रखते हुए कहा कि अधिकतर कचरा गाड़ी खराब होने पर वार्डों से 15-15 दिनों तक कचरा नहीं उठाया जाता। हालांकि विपक्षी पार्षदों का कहना था कि शहर विकास के लिए इसी प्रकार की बैठक नगर पालिका अध्यक्ष और मुख्य नगर पालिका अधिकारी को आयोजित की जानी चाहिए। ताकि सभी के सामूहिक चर्चा और प्रयास से शहर का अच्छा विकास हो पाएगा।