जीएससी फ्रेंड सर्कल के 25 से ज्यादा सीनियर दोस्तों ने मॉनसून थीम पर महेश्वर के नर्मदा घाट की यात्रा की। इस अवसर पर कॉलेज के पिकनिक दिनों को याद करते हुए रोमांचित हो गए। महेश्वर में नर्मदा पूजन और राजमाता अहिल्या बाई को नमन करते हुए दोस्तों ने एन्जॉय किया। समूह के इवेंट प्रभारी अनिल जौहरी और दिनेश गोयल ने बताया कि गुजराती साइंस कॉलेज के कई दशक पुराने मित्र हर महीने मिलते हैं, लेकिन पहली बार ग्रुप की आउटिंग ऐतिहासिक स्थल महेश्वर के लिए गई। दोस्तों ने उन दिनों को याद किया जब कॉलेज से मित्र इसी तरह पिकनिक पर जाया करते थे। समूह के सलाहकारी समन्वयक सुरेंद्र बंसल ने इस अवसर पर प्रस्ताव रखा कि ग्रुप अब नियमित आउटिंग रखें, जिससे दोस्तों के मध्य और अधिक निकटता के साथ आत्मीयता का प्रसार हो इसका सभी सदस्य मित्रों ने ध्वनिमत से समर्थन किया। इसके पूर्व सभी मित्रों ने जाम गेट पर मां पार्वती के प्राचीन मंदिर के दर्शन किए और मानसून की प्राकृतिक छटा का आंनद लिया। गानों पर झूम उठे मित्रगण समूह की परंपरा अनुसार इक़बाल सैफी, फिरीज़ सैफी और अनिल जौहरी का जन्मदिन भी मनाया गया। इस मौके पर इक़बाल सैफी ने जब ‘मेरे महबूब आज क़यामत होगी’ और ‘पत्थर के सनम तुझे हमने ‘ गीत को अपनी सुरीली और लयबद्ध आवाज़ में संगीत की धुन पर सुनाया तो सभी झूम उठे। योगेश रघुवंशी ने मित्रों पर दिल को छू लेने वाली कविता का पाठ किया। महेश्वर घाट पर चंद्रा प्रजापत ने मित्रों के यादगार फोटो पोज़ के लिए कुशल डायरेक्शन दिया। प्रारम्भ से केदार शर्मा, नितिन तारे, उमेश दलवी, सीता बंसल, अमिता रघुवंशी ने क्रमशः इवेंट के होस्ट फ़िरोज़ सैफी, हकीमुद्दीन भाई, इक़बाल सैफी , शिरीन सैफी और फरीदा सैफी का स्वागत किया। इस ऐतिहासिक और यात्रा में योगेश रघुवंशी, प्रदीप जौहरी, अनिल अनुपमा भटेवरा, रेखा जौहरी, मनीषा आदि शामिल थे।