मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा के कटंगी क्षेत्र में स्थित राजीव सागर डैम बावनथड़ी बांध में लगातार बारिश के कारण जलस्तर बढ़ने से 10 सितंबर को 5 गेट खोले गए। यह तीसरी मर्तबा है कि अति वर्षा के कारण बांध की जल ग्रहण क्षमता बढ़ने से बांध के गेट खोले गए। इससे पूर्व भी दो बार बांध के गेट खोले गए थे लेकिन पहली बार पांच गेट, एक साथ खोले गए। जबकि इससे पूर्व दो गेटों को ही खोला गया था। राजीव सागर परियोजना संभाग क्रमांक 3 के कार्यपालन यंत्री ने बताया कि राजीव सागर (बावनथड़ी) परियोजना कुड़वा बालाघाट मप्र बांध के जलसंग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से जल की आवक क्षमता बढ़ने लगी है। जिससे निर्धारित जल स्तर बनाए रखने के लिए मंगलवार को बांध के गेट क्रमांक 3, 4, 5, 6 और 7 से जल प्रवाह बढ़ाया गया है। जिनसे लगभग 7064 क्यूसेक (200 क्यूमेक) जल की निकासी की जाएगी। बावनथड़ी नदी के किनारे बसे गांवों के लोगों से अपील की गई है कि वे नदी के घाटों से दूरी बनाए रखें और आवश्यक सावधानी बरते। बांध से पानी छोड़े जाने के कारण महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के नदी किनारे के ग्रामों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। जिससे जिले के कटंगी मोवाड़ क्षेत्र के लगभग एक दर्जन से ज्यादा गांव शामिल है। जहां बाढ़ का खतरा है। प्रशासन ने गेट खोलने के बाद क्षेत्र के संबंधित अधिकारियों सहित होम गार्ड को अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए गए है। घाटों और नदी से लोगों को दूरी बनाने का अनुरोध किया गया है। इन गांवों में अलर्ट जारी राजीव सागर डैम बावनथड़ी बांध से पानी छोड़े जाने के चलते मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के दोनों छोर के नदी के किनारे ग्रामों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। जिसमें मध्यप्रदेश के बालाघाट के मोवाड़ क्षेत्र के ग्राम बड़पानी, भेडकी, मासुखापा, कोडबी, दिग्धा, आंजनबिहरी, ब्रम्हनी, पुलपुट्टा, हेटी, छत्तेरा, चंद्रकुआ, टेकाड़ी, शंकरपिपरिया, चिचोली, डोगरिया और मोवाड़ में अलर्ट जारी किया गया है। चूंकि इसमें कई गांव नदी से 200 मीटर तो कोई आधा और एक किलोमीटर पर स्थित है।