दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लॉक में आने वाले बांसी गांव में श्मशान की भूमि पर गांव के ही कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है और यहां पर मक्के की फसल लगा दी है। ऐसे में गांव में यदि किसी व्यक्ति के यहां किसी का निधन होता है तो उसे अंतिम संस्कार के लिए जमीन तलाशनी पड़ती है। बांसी गांव में ही शुक्रवार को 111 साल की बुजुर्ग महिला प्यारी बाई की मौत हुई। परिवार के लोग जब उसे लेकर श्मशान पहुंचे तो वहां पूरे में मक्के की फसल खड़ी हुई थी। आरोप है कि गांव के कुछ दबंग लोगों ने श्मशान की भूमि पर कब्जा करके मक्के की फसल लगाई है। इसी गांव में रहने वाले मध्य प्रदेश क्रिकेट टीम से प्लेयर अर्जुन अहिरवार ने कहा कि कब्जा कर लिया गया है, अंतिम संस्कार के लिए भी जगह नहीं बची, इसलिए वह चाहते हैं कि मीडिया के माध्यम से जानकारी जवाबदारों तक पहुंचे ताकि श्मशान की भूमि को कब्जा मुक्त कराया जा सके। तेंदूखेड़ा जनपद सीईओ मनीष बागरी का कहना है कि पंचायत की तरफ से तो कोई शिकायत नहीं मिली, लेकिन स्थानीय लोगों के द्वारा श्मशान भूमि पर कब्जा करने की शिकायत की गई है। मैंने राजस्व अमले को निर्देश दे दिए हैं कि वह तत्काल मौके पर जाकर निरीक्षण करें व सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराएं। सीईओ ने बताया कि श्मशान घाट का निर्माण पंचायत के द्वारा सरकारी भूमि पर कराया गया था। ऐसी जानकारी मिली है कि श्मशान की सरकारी भूमि से लगी किसी व्यक्ति की निजी भूमि है और उसके द्वारा ही है सरकारी जमीन पर भी फसल उगाई गई है। बहुत जल्द अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।