प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं द्वारा एक परिवार के नाम पर कई मीटर लगवाकर सब्सिडी का लाभ लिए जाने के मामले में अब व्यापक जांच होगी। प्रदेश के सभी बिजली कम्पनियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे उपभोक्ताओं के यहां जाकर जांच करें और अगर एक परिवार में ही एक से अधिक मीटर हैं तो उसे कैंसिल कराएं ताकि सब्सिडी का लाभ लेने वाले फर्जी लोगों को अलग किया जा सके। इस व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए सभी उपभोक्ताओं की ई केवायसी कराने के लिए भी निर्देशित किया गया है। ऊर्जा विभाग के संज्ञान में आया है कि राज्य शासन की सौ यूनिट बिजली पर सब्सिडी का लाभ पाने के लिए प्रदेश भर में लाखों उपभोक्ताओं ने एक ही परिवार के नाम पर अलग-अलग बंटवारा दिखाकर कई कनेक्शन ले लिए हैं। ऐसे में उनके द्वारा एक ही घर में बिजली की खपत अधिक होने पर भी कई मीटर लगे होने से खपत कम दिखती है। इसका सीधा फायदा उपभोक्ता सब्सिडी के रूप में पाता है। इसलिए इस पर रोक लगाने के लिए अब प्रदेश भर में कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने कहा वसूली में सख्ती करें, ई-केवायसी कराएं ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मंगलवार को ऊर्जा विभाग के अफसरों के साथ विभाग के काम की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिजली चोरी के प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में करें। बिजली बिलों की वसूली तत्परता से करें। साथ ही उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति भी करें। समय पर मेंटेनेंस हो। तोमर ने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं का ई-केवायसी कराएं। उन्होंने कहा कि एक परिवार का एक ही मीटर घर में होना चाहिए। अपर मुख्य सचिव ऊर्जा मनु श्रीवास्तव ने बताया कि कृषि पंपों का वेरिफिकेशन कराया जा रहा है। भोपाल में पकड़ी थी एसीएस ने गड़बड़ी अपर मुख्य सचिव ऊर्जा मनु श्रीवास्तव ने सोमवार को भोपाल शहर में अरेरा कॉलोनी के ई-1, ई-3 और ई-4 क्षेत्र में सब्सिडी का लाभ ले रहे घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं के परिसरों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि नियम के विपरीत बड़े आवासीय परिसरों में एक से अधिक कनेक्शन लेकर सब्सिडी का फायदा लिया जा रहा है। इस उन्होंने नाराजगी जताते हुए संबंधित क्षेत्र के मीटर रीडरों से ऐसे कनेक्शनों को चिन्हित कराने के निर्देश दिए थे।