शहर में होने वाले उग्र धरना-प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए पुलिस अब टियर स्मोक ग्रेनेड (हैंड ग्रेनेड) का इस्तेमाल करेगी। इससे हिंसा या उग्र धरना-प्रदर्शन करने वालों को पहचानना पुलिस के लिए मुश्किल नहीं होगा। दरअसल, यह ग्रेनेड फटने के बाद डाई कलर छोड़ेगा, जो इसके आसपास मौजूद प्रदर्शनकारियों पर एक निशान छोड़ जाएगा। साथ ही इससे निकलने वाली टियर गैस से प्रदर्शनकारियों को भी तितर-बितर करेगी। मप्र पुलिस की प्रबंध शाखा द्वारा खरीदे गए छोटे-बड़े हैंड ग्रेनेड का इस्तेमाल भोपाल पुलिस आने वाले समय में उग्र-धरना प्रदर्शन के दौरान करेगी। यह ग्रेनेड भीड़ के बीच फेंकने के बाद कम से कम 50 मीटर के दायरे में असर करेगा। नए ग्रेनेड की ये भी खूबियां
{इसमें मिले कैमिकल से आंखों के साथ-साथ हाथ-पैरों में भी जलन होगी। { भीड़ के बीच फेंकते ही फट जाएगा और गर्म होकर उसमें आग लग जाएगी, ताकि कोई वापस न फेंक सके।
{6-7 मिनट तक रहेगा असर, डाई के कारण रंग भी छोड़ेगा। ग्रेनेड में डाई कलर मिक्स
टियर स्मोक ग्रेनेड बीएसएफ टेकनपुर, ग्वालियर में तैयार किए गए हैं। कुछ हैदराबाद की निजी कंपनी से भी खरीदे हैं। इनमें सीएसए, कार्बन टेट्रा क्लोराइड जैसे कैमिकल का इस्तेमाल किया गया है। साथ ही इनमें डाई कलर भी मिलाया गया है, ताकि वह प्रदर्शनकारियों पर एक निशान भी छोड़ दे। पहचान का संकट खत्म
इसका धुआं जिसके भी शरीर पर लगेगा उसका असर करीब 15 दिन रहेगा। रंग 15 दिन तक नहीं छूटेगा। ऐसे में प्रदर्शनकारियों की पहचान करना आसान होगा। अभी भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस टियर गैस छोड़ती है। प्रदर्शनकारियों की पहचान वीडियो रिकॉर्डिंग या कैमरों के फुटेज से करनी पड़ती है।