एमपी नगर जोन-2 में रेलवे ट्रैक के पास कोचिंग लाइन में सुबह और शाम रोजाना जाम की स्थिति रहती है। ये हालात कोचिंग के समय बच्चों के एक साथ बाहर आने के कारण बनते हैं। यह आलम तब हैं जब दिल्ली में कोचिंग के बेसमेंट में एक महीने पहले हुई घटना के बाद भोपाल में कोचिंग संचालकों को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए थे। ऐसे में 16 कोचिंग संचालकों को एसडीएम एमपी नगर आशुतोष शर्मा ने नोटिस भेजा हैं। उन्होंने न तो सुरक्षा इंतजाम किए और न ही पार्किंग समेत अन्य बातों पर लिखित में शपथ-पत्र दिया है। पार्किंग को लेकर कई कोचिंग संचालक का कहना था कि हम तो किराए की इमारत में हैं। इस पर एसडीएम एमपी नगर ने स्पष्ट कहा कि पार्किंग की व्यवस्था कोचिंग संचालक को ही करना है। इसके लिए वह एमपी नगर में अनुमति प्राप्त पार्किंग के अलावा मल्टी लेवल पार्किंग में छात्रों के वाहनों को पार्क कराएं। इसके लिए उन्हें खुद ही बिल्डिंग मालिक से बात कर पार्किंग की व्यवस्था करना होगा। सिर्फ 24 कोचिंग संस्थानों ने ही दिया है शपथ-पत्र
अभी तक 24 बड़े कोचिंग संस्थानों ने स्टूडेंट्स की सुरक्षा के लिए किए गए इंतजाम का शपथ-पत्र दिया है। उन्होंने बेसमेंट में पार्किंग के अलावा किसी तरह की गतिविधि नहीं करने की बात कही। एसडीएम ने बताया कि 4 सितंबर के बाद उप संभागीय समिति बनाई जाएगी। इसमें जिला प्रशासन, फायर ब्रिगेड, नगर निगम आदि के अधिकारी होंगे। ये कोचिंग का निरीक्षण करेेंगे। नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर कार्रवाई होगी। बिल्डिंग मालिक से बात करना कोचिंग संचालक की जिम्मेदारी
एसडीएम शर्मा ने बताया कि एमपी नगर में पार्किंग सबसे बड़ी समस्या बन गई है। कई कोचिंग संचालकों का कहना था कि वे तो यहां किराए से हैं। इस पर एसडीएम ने कहा कि सभी सुरक्षा इंतजाम करना पहले उनकी जिम्मेदारी है। पार्किंग में प्रॉपर रैंप, लाइट और पानी निकासी जैसी व्यवस्था करना होगा। इसके लिए बिल्डिंग मालिक से कोचिंग संचालकों को बात कर व्यवस्था करना होगा। इसके बाद भी व्यवस्था नहीं होती है, तो बिल्डिंग मालिकों को नोटिस देंगे।