मैनिट में एमसीए सेकंड ईयर के छात्र रेनूमाला शशिधर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र का शव मंगलवार सुबह हॉस्टल रूम में फंदे पर लटका मिला। रेनूमाला को सिंगल रूम अलॉट हुआ था। इसलिए उसके इरादे की भनक किसी को नहीं लगी। पुलिस को सुसाइड नोट नहीं मिला है। छात्र के सोशल मीडिया अकाउंट पर भी आत्महत्या से संबंधित कोई पोस्ट नहीं मिली है। आत्महत्या की कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है। इस घटनाक्रम के बाद संस्थान का बुधवार को होने वाला स्थापना दिवस स्थगित कर दिया गया है। आर्थिक हालात ठीक नहीं थे, इसलिए परेशान रहता था
एसीपी चंद्रशेखर पांडे के मुताबिक छात्र के घर के आर्थिक हालात ठीक नहीं थे। यह जानकारी उसके दोस्तों ने पुलिस को दी है। रेनूमाला के पिता का देहांत काफी समय पहले हो चुका है। घर में मां और बहन हैं। दोस्तों से अक्सर वह यही कहता था कि पढ़ाई पूरी कर जल्द ही उसे जॉब करना है। घर की जिम्मेदारी उसी पर है। इन सब बातों को लेकर वह परेशान रहता था। पुलिस की शुरुआती जांच में यह भी सामने आया कि छात्र को स्वास्थ्य संबंधी समस्या भी थी। पुलिस का कहना है कि जांच में सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। गार्ड ने सबसे पहले देखा शव-एसीपी पांडे ने बताया कि हॉस्टल का गार्ड सुबह राउंड पर था। उसने सबसे पहले छात्र का शव लटका देखा और प्रबंधन को सूचना दी। छात्र आंधप्रदेश का रहने वाला था। पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है। शव मर्चुरी में रखवा दिया गया है। बुधवार को पीएम होगा। शोक में बदल गया उत्साह बुधवार को मैनिट का स्थापना दिवस था। तैयारियां हो चुकी थीं और छात्रों में काफी उत्साह था। अचानक हुए इस घटनाक्रम के बाद छात्रों का उत्साह, शोक में बदल गया। रेनूमाला के इस आत्मघाती कदम से उसके दोस्त घबराए हुए हैं। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।