सागर के मकरोनिया चौराहे पर स्थित क्लीनिक पर इलाज कराने गए युवक की इंजेक्शन लगाने के बाद तबीयत बिगड़ गई। कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई। सूचना पर परिवार के लोग जमा हो गए। उन्होंने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। मामले की सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है।
जानकारी के अनुसार पुष्पेंद्र अहिरवार उम्र 28 साल निवासी बहेरिया के सीने में दर्द हुआ। दर्द होने पर वह अपनी मां के साथ बाइक से मकरोनिया चौराहे पर पहुंचा। जहां डॉ. निखिल खत्री की क्लीनिक पर पहुंचा। उन्हें दिखाया। उन्होंने पुष्पेंद्र को इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगाने के बाद पुष्पेंद्र की तबीयत बिगड़ गई। स्थितियां देख उन्होंने तत्काल मरीज को डॉ. विक्रम जैन की अस्पताल भेजा। जहां उन्होंने पुष्पेंद्र को मृत घोषित कर दिया। परिवार वाले युवक को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। वहां भी डॉक्टर ने चेकअप के बाद मृत घोषित कर दिया। युवक की मौत होने पर परिवार वालों ने डॉक्टर खत्री पर इलाज में लापरवाही करने का आरोप लगाया है। डॉक्टर के इलाज के बाद बिगड़ी थी तबीयत मामा के बेटे गजेंद्र अहिरवार ने बताया कि बुआ के बेटे पुष्पेंद्र के सीने में दर्द उठा था। वह स्वयं बाइक चलाकर मां के साथ मकरोनिया चौराहे पर डॉ. खत्री की क्लीनिक पर पहुंचा। इलाज कराया। इलाज में डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन लगाया था। जिसके बाद उसे घूमने की सलाह दी। इसी दौरान पुष्पेंद्र चक्कर आने से जमीन पर गिर गया। यह देख डॉ. खत्री ने उसे तत्काल डॉ. विक्रम जैन के यहां भेज दिया। उन्होंने जिला अस्पताल ले जाने का बोला। अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने पुष्पेंद्र को मृत घोषित कर दिया। डॉ. खत्री ने इंलाज में लापरवाही की है। जिस कारण पुष्पेंद्र की मौत हुई है। घटनाक्रम की सूचना पर पुलिस ने शव का पंचनामा बनाया। शव का पोस्टमार्टम कराकर परिवार वालों को सौंप दिया है। वहीं मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया है।