शिवपुरी के गणेशा ब्लेस्ड स्कूल में बच्चों से राखी उतरवाने की सूचना पर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने स्कूल परिसर में प्रदर्शन किया। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि स्कूल प्रबंधन ने छात्र-छात्रों को राखी उतारने का फरमान सुनाया हैं। वहीं, स्कूल प्रबंधन ने इस बात को एक सिरे से खारिज कर दिया। प्रबंधन का कहना था कि उन्होंने ऐसी कोई बात बच्चों से नहीं कही गई हैं। इसके बाद एबीवीपी के कार्यकर्ता स्कूल में धरने पर बैठ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना के बाद मौके पर पुलिस भी पहुंच गई थी। एबीवीपी के जिला संयोजक गौरव राजपूत और नगर सहमंत्री मयंक रजक ने संयुक्त रूप से बताया कि रक्षा बंधन के बाद स्कूल प्रबंधन ने विद्यार्थियों को राखी उतारे जाने का आदेश दिया, इस प्रकार का कृत्य बिल्कुल भी सहन नहीं किया जायेगा। इससे पहले शिवपुरी के प्राइवेट स्कूलों में अब तक तिलक लगाने और कलाबा बांधने से रोके जाने का मामला सामने आ चुका हैं और अब राखी उतरवाने का मामला भी सामने आया हैं। हालांकि, स्कूल परिसर में प्रदर्शन कर रहे एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के बीच स्कूली बच्चे भी पहुंचे थे। जिनके हाथों में कलाबा और राखी बंधी हुई थी और उन्होंने राखी उतारने जैसी बात से साफ इनकार कर दिया था। सूचना मिलने पर बीइओ मौके पर पहुंच गए थे। जिनसे एबीवीपी ने लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए कार्यवाही की मांग की। इस दौरान एसआई सुमित शर्मा ने शिकायतकर्ता को सामने लाने की बात कही गई लेकिन एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने शिकायतकर्ता को सामने न लाते हुए उनके सामने पुख्ता सबूत होने की बात कही। इस बीच करीब दो घंटे तक स्कूल परिसर में हंगामा चलता रहा। जब एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को जांच के बाद कार्यवाही का आश्वासन मिला। तब वह स्कूल परिसर को छोड़ने को राजी हुए।