रीवा में कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में बैठक की। बैठक में कलेक्टर ने अस्पतालों के सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की। कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि अस्पतालों में डॉक्टरों, चिकित्सा कर्मियों और रोगियों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जाए। शासन के निर्देशों के मुताबिक सभी अस्पतालों में सुरक्षा के प्रबंध किए जाए।। रोगियों से मिलने के लिए समय निर्धारित करें। केवल प्रवेश पत्र प्राप्त व्यक्ति को ही रोगी से मिलने की अनुमति दी जाए। अस्पताल के डॉक्टरों, चिकित्सा कर्मियों, आउटसोर्स कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों को पहचान पत्र दिए जाए। अस्पतालों में अगर कोई भी संदिग्ध व्यक्ति और असामाजिक तत्व मिले तो उसे जेल भेजें। अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करें। कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी और मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टरों की अस्पतालों में समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करें। दुर्घटना के शिकार और अन्य आपदा के शिकार व्यक्ति को बिना किसी औपचारिकता के तत्काल उपचार की सुविधा दें। सभी अस्पतालों में इमरजेंसी में डॉक्टरों की उपस्थिति होनी चाहिए। मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी सीएचसी और पीएचसी का नियमित निरीक्षण करें। अनुपस्थित रहने वाले और समय पर उपस्थित ना होने वाले डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए। सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल के अंदर और परिसर में प्रकाश की पूरी व्यवस्था की जानी चाहिए। अस्पताल के जिस क्षेत्र में महिलाओं का आवागमन अधिक हो वहां सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के साथ सीसीटीवी की निगरानी और प्रकाश की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। जहां सीसीटीवी लगे हैं वहां 24 घंटे कर्मचारी तैनात कर मॉनीटरिंग कराएं।