अतिथि शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा है। अतिथि शिक्षकों का कहना था कि अतिथि महापंचायत में की गई घोषणाएं जल्द पूरा की जाए नहीं तो उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए। सोमवार को जिले के अतिथि शिक्षक जिला मुख्यालय पर इकट्ठे हुए और कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने गुरु जी की तर्ज पर विभागीय परीक्षा आयोजित और अनुभव के आधार पर अतिथि शिक्षकों की भर्ती करने की मांग की। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि गुरु जी की तर्ज पर 4 सितंबर तक विभागीय परीक्षा आयोजित की जाए। ऐसा नहीं हुआ तो 5 तारीख को भोपाल में तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। अतिथि शिक्षक संघ के पदाधिकारी शैलेंद्र सक्सेना ने कहा कि अतिथि शिक्षकों को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सहयोग करने और उन्हें नियमित करने का वादा किया था। लेकिन अब तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि एक साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महापंचायत में जो घोषणा की थी। उन घोषणा को जल्द पूरा किया जाए नहीं तो हम सभी को स्वेच्छा से मरने की अनुमति दी जाए ।