बैतूल में खराब सड़कों को लेकर बढ़ रही नाराजगी के बाद अब पिछले ग्रीष्म काल में बनी सड़कों की गुणवत्ता की जांच के निर्देश दिए गए हैं। बैतूल विधायक ने कलेक्टर से चर्चा कर जांच के लिए पीडब्ल्यूडी या ऐसी ही किसी एजेंसी से इसकी जांच करवाने को कहा है। विधायक आज (सोमवार) परिषद की विशेष बैठक में भी शामिल हुए। सीएमओ अरविंद भदौरिया के मुताबिक आज विधायक हेमंत खंडेलवाल की मौजूदगी में हुई नगरपालिका परिषद की विशेष बैठक में शहर में बनी कायाकल्प की उन सड़कों की गुणवत्ता जांचने का फैसला किया गया है। जिन सड़कों का निर्माण गत वर्ष ग्रीष्म काल में किया गया था। इसके लिए विधायक ने कलेक्टर से चर्चा कर जांच एजेंसी नियुक्त करने को कहा है। बैठक में अगली सड़क योजनाओं को बनाते समय उनमें एंड टू एंड नालियां और जल निकासी की व्यवस्था करने के लिए भी कहा गया है। हालांकि परिषद यह निर्णय पहले ही ले चुकी है। सीएमओ ने बताया कि पिछले साल बनी सड़कों की गुणवत्ता जांचने उन्होंने पहले भी पत्र लिखे हैं। इधर, बैठक के बाद विधायक हेमंत खंडेलवाल ने कहा है कि शहर की जो मुख्य सड़कें हैं। उनकी बहुत ज्यादा हालत खराब है। ये सड़कें मेरे संज्ञान में आई हैं। कलेक्टर से चर्चा कर इन सड़कों की जांच के लिए कहा गया है। ये सड़कें किस स्पेसिफिकेशंस से बनी हैं। इनमें गुणवत्ता की क्या कमी है और यह इतनी जल्दी खराब क्यों हुई हैं। पीडब्ल्यूडी या किसी अन्य एजेंसी से जांच करवाकर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इसमें किसकी लापरवाही है। इस पर कार्रवाई हो। इन सभी सड़कों को सितम्बर अंत तक रिपेयर किया जाए। एक अक्तूबर से सड़कों का रिन्युल हो, जहां पानी है वहां सीमेंट रोड बनाई जाए। बिना नाली के रोड न बनाई जाए। बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल की मौजूदगी में नगरपालिका परिषद की विशेष बैठक में नपाध्यक्ष पार्वती बारसकर, उपाध्यक्ष महेश राठौर, सीएमओ अरविंद भदौरिया, पार्षद और अधिकारी शामिल हुए। बता दें कि आज ही सड़कों को लेकर बैतूल में कांग्रेस नेताओं ने प्रदर्शन करते हुए सड़कों के गड्ढों में भाजपा के झंडे लगा दिए थे।