प्रदेश के वन, पर्यावरण विभाग और मंडला जिले के प्रभारी मंत्री रामनिवास रावत का मंडला आगमन हुआ। दिन भर के प्रवास के दौरान वे सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और पीएचई मंत्री संपतिया उइके के साथ योजना भवन में समीक्षा बैठक और भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ता बैठक में शामिल हुए। उन्होंने नव निर्मित मंडला और घुघरी के एसडीएम कार्यालय का लोकार्पण किया। साथ ही ‘आरोग्यम मंडला’ अभियान की शुरुआत की। उपजों के लिए बेहतर मार्केट दिलाने में सहयोग करने के निर्देश प्रभारी मंत्री रामनिवास रावत ने समीक्षा बैठक में कुपोषण को जड़ से समाप्त करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने और राजस्व महाभियान के दौरान नामांतरण, सीमांकन, बटवारा आदि के निरस्त किए गए प्रत्येक प्रकरणों की पुनः जांच करने की बात कही। उन्होंने प्रशासन को जिले में होने वाली वन उपजों के लिए बेहतर मार्केट दिलाने में सहयोग करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि जिले में ईको टूरिज्म को प्रोत्साहित करते हुए पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत योजना तैयार करें। एसडीएम कार्यालयों का लोकार्पण प्रभारी मंत्री रामनिवास रावत ने 1 करोड़ 15 लाख की लागत से निर्मित एसडीएम कार्यालय मंडला और 1 करोड़ 31 लाख रूपए की लागत से निर्मित एसडीएम कार्यालय घुघरी का लोकार्पण किया। उन्होंने सभी कर्मचारियों से अपने कार्यों को पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ निभाने और जनता की सेवा को प्राथमिकता देने की अपेक्षा जताई। आरोग्यम मंडला अभियान की शुरुआत प्रभारी मंत्री रामनिवास रावत ने ‘आरोग्यम मंडला’ अभियान की शुरुआत कर अभियान के शुभंकर और जागरूकता गीत का विमोचन किया। उन्होंने इस अभियान के तहत संचालित जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिले के सभी विकासखंडों के लिए एक-एक रथ तैयार किए गए हैं, जो सभी गांवों में जाकर लोगों को अभियान के तहत आयोजित होने वाले जन स्वास्थ्य शिविरों की जानकारी प्रदान करेंगे। योजनाओं की जानकारी प्रदान करेगा रथ यह रथ बैगा बाहुल्य क्षेत्रों में जाकर बैनर, पंपलेट और गीतों के माध्यम से योजनाओं की जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही जनमन योजनाओं से शेष बचे हितग्राहियों को लाभान्वित करने की पहल करेगा। अपने प्रवास के अंतिम चरण में प्रभारी मंत्री ने सर्किट हाउस में जिले के पत्रकारों से चर्चा की। बेहतर योजना बनाकर काम करेंगे उन्होंने कहा कि ये उनका प्रथम प्रवास है। आने वाले समय में वे जिले के विकास के लिए मंडला के पत्रकारों सहित सभी वर्गों से सुझाव लेकर बेहतर योजना बनाकर काम करेंगे। उन्होंने जिले में वन, अभ्यारण्य आधारित पर्यटन की संभावना पर चर्चा करते हुए ईको टूरिज्म के क्षेत्र में कार्य किए जाने की बात कही।