विक्रम विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या में गत कुछ वर्षों से भारी वृद्धि हुई है। जहां सत्र 2020-2021 में 3265 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया था, वहीं संख्या बढ़कर सत्र 2022-2023 में 4156 हो गई। इसी प्रकार वर्तमान सत्र में भी अभी तक लगभग चार हजार से अधिक विद्यार्थियों ने प्रवेश के लिए पंजीयन करवाया है। विभिन्न पाठ्यक्रमों में रिक्त सीटों पर प्रवेश आवेदन की तिथि दिनांक 20 सितंबर तक बढ़ाई गई है। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. अखिलेशकुमार पांडेय ने बताया कि बढ़ते विद्यार्थियों की संख्या से विश्वविद्यालय की आर्थिक स्थिति भी अच्छी हुई है। उन्होंने कहा कि बढ़ते विद्यार्थियों की संख्या विश्वविद्यालय के शिक्षकों के लिए एक बड़ा दायित्व है, इन सभी विद्यार्थियों को शिक्षण और अन्य सुविधाएं मिलें और ये लाभान्वित हों, यह विश्वविद्यालय की प्राथमिकता होनी चाहिए। कई विषय जैसे बायोटेक्नोलॉजी, फॉरेंसिक साइंस, एग्रीकल्चर, बीकॉम (ऑनर्स), फॉर्म में सभी सीटें फुल हो गई हैं। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो. शैलेंद्रकुमार शर्मा ने बताया विक्रम विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2024-25 में स्नातक/ स्नातकोत्तर/ प्रमाण पत्र/ डिप्लोमा/ पीजी डिप्लोमा (फार्मेसी अध्ययनशाला के बी-फार्मा एवं एम-फार्मा पाठ्यक्रम छोड़कर) प्रथम वर्ष / सेमेस्टर में सीयूईटी एवं सीधे प्रवेश के लिए रिक्त सीटों पर प्रवेश की तिथि में वृद्धि की जाकर प्रवेश आवेदन की तिथि 20 सितंबर 2024 निर्धारित की गई है। प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी विस्तृत जानकारी के लिए संबंधित अध्ययनशाला/ संस्थान/ विभाग से संपर्क कर सकते हैं। पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए विद्यार्थी एमपी ऑनलाइन के माध्यम से प्रवेश एवं शुल्क जमा करा सकेंगे।