प्रदेश सरकार भी अब अहिल्या महोत्सव मनाएगी। इसके लिए सोमवार को समिति घोषित कर देंगे। लोकमाता अहिल्या बाई के व्यक्तित्व और कृतित्व को फैलाने के लिए देशभर में कार्यक्रम भी किए जाएंगे। इंदौर की अहिल्या उत्सव समिति को भी सरकारी मदद दी जाएगी। देवी अहिल्याबाई की 229वीं पुण्यतिथि पर रविवार को गांधी हॉल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह घोषणा की। उन्होंने कहा, लोकमाता का शासन देश के इतिहास में एक गौरवशाली पृष्ठ है। उन्होंने देशभर में मंदिर, धर्मशालाएं, कुएं, बावड़ियां और ट्रस्ट बनवाए। रामेश्वरम् में आज भी खासगी ट्रस्ट द्वारा अभिषेक के लिए जल का प्रबंध किया जाता है। लोकमाता ने 300 साल पहले महिलाओं की सेना और नदी-तालाबों पर महिलाओं के लिए घाट बनवाकर अनूठा आदर्श पेश किया है। कार्यक्रम से पहले बशाही अंदाज में लोकमाता की पालकी यात्रा निकली। मुख्यमंत्री यादव ने भी माता अहिल्या की पालकी उठाई।