डॉक्टर्स और पुलिस कमिश्नर की बैठक:फेडरेशन बोला, पुलिस ने सख्त कार्रवाई का दिया आश्वासन, हमें प्रभावी कार्रवाई का इंतजार

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शहर के सिटी अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के बाद अब नाराज डॉक्टर्स ने भोपाल पुलिस कमिश्नर हरि नारायण चारी मिश्रा के साथ बैठक की। यह बैठक यूनाइटेड डॉक्टर्स फेडरेशन के तहत हुई है। बैठक में आए एमपी नर्सिंग होम एसोसिएशन के सेक्रेटरी डॉक्टर संजय गुप्ता ने बताया कि फेडरेशन को पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि वह एक प्रभावी कार्रवाई अन्य आरोपियों पर भी करेंगे। फिलहाल पत्थर बाजी करने वाले 7 आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात की है, उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द ही संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हमें उम्मीद है कि पुलिस प्रभावी कार्रवाई करेंगी, अगर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो हम आंदोलन करेंगे। बता दें कि 30 अगस्त रात 8.30 बजे शहर के गोविंदपुरा में बाइक में टक्कर मारने के बाद, कार इसे 10 मीटर तक घसीटते हुए ले गई। बाइक चला रहे राकेश (20) की मौत हो गई थी। उसे सिटी हॉस्पिटल लाया गया। यहां युवक के मृत घोषित होते ही भीड़ उग्र हो गई। अस्पताल में पत्थर फेंके और तोड़फोड़ कर दी। डॉक्टर और उनके परिवार के सदस्य घायल हो गए। इधर, 31 अगस्त को परिजन ने सिटी हॉस्पिटल के बाहर युवक का शव रखकर प्रदर्शन किया। पुलिस के आश्वासन पर प्रदर्शन खत्म कर बॉडी लेकर नरसिंहगढ़ रवाना हो गए। वे अस्पताल सील करने की मांग कर रहे थे। डॉक्टर अंशु गुप्ता ने बताए यह चार आरोपी प्रमुख
सीटी मल्टी हॉस्पिटल से डॉ. अंशु गुप्ता ने बताया कि कमिश्नर साहब ने हमें आश्वासन दिया है कि कोई भी कितना बड़ा पद रखता हो, अगर उसने कानून हाथ में लेने की कोशिश की है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसे लेकर डॉ. गुप्ता ने बताया कि हमें नहीं पता की वो सात लोग कौन हैं। लेकिन पार्षद राकेश सिंह यादव, उसका कार्यकर्ता राज शर्मा, मीणा मेडिकल के मालिक और फूड स्टॉल संचालित करने वाले थापा ये चारों लोग प्रमुख थे, हमला करने में। ये चारों लोग के साथ 100 से अधिक लोगों की भीड़ थी। वे जान से मारने और हॉस्पिटल को तोड़-फोड़ करने की मंशा से आए थे। डॉ. गुप्ता ने बताया कि इन गुंडों का पैसा ही मेन मुद्दा होता है। ये लोग पहले भी कई गुंडों के साथ धमकी देने आते रहे हैं। मीणा मेडिकल के संचालक चाहते थे कि कोई भी मेडिकल इस आसपास के इलाके में न हो। इसके अलावा एक गुंडा है राम शर्मा जो रात में गुंडों को लेकर आता है और हमें धमकाता है। हॉस्पिटल में नाइट का स्टाफ हमेशा हरा होता है। वहीं हमने जब पुलिस को बताया कि हमारी जान को खतरा है तब कमिश्नर साहब ने हमे पुलिस सुरक्षा देने के लिए आवेदन के लिए कहा है। हमें सख्त सुरक्षा की जरूरत है। हम लोग एसोसिएशन से बात कर इस पर बात करके डिसीजन लेंगे। अस्पताल प्रबंधन ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर लगाया आरोप
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। बीजेपी कार्यकर्ता राम मिश्रा और पार्षद राकेश यादव के लोग लंबे समय से हमें परेशान कर रहे हैं। वह 28 की रात चंदा मांगने आए, उन्होंने 20 से 25 हजार के चंदे की मांग की, हमने कहा कि हमारे पास कैश नहीं है, तो वह स्टाफ के साथ बदसलूकी करके गए। उन्होंने गाली गलौच की, और चले गए। डॉक्टर उज्जवल गुप्ता ने बताया कि इससे पहले जब इलाके में नगर निगम ने अतिक्रमण की कार्रवाई की तो पार्षद राकेश यादव ने इलाके में मौजूद उन लोगों को भड़काया जो शुक्रवार रात अस्पताल में तोड़फोड़ कर रहे थे। इससे पहले कई बार राम मिश्रा, पार्षद राकेश यादव के लोग हमारे अस्पताल में स्टाफ के साथ बदसलूकी कर चुके हैं। हमने इसकी शिकायत कई बार डायल 100 पर भी की है। पढ़ेूं पूरी खबर