शहर के लगभग 6 लाख 55 हजार निवासी और बाहर से आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को रोजाना पानी नहीं मिल पा रहा। 5 माह से शहर में एक दिन छोड़कर जलप्रदाय किया जा रहा है। अब जब गंभीर में पर्याप्त पानी है, तब भी रोजाना जलप्रदाय को लेकर समस्याएं बनी हुई है। इस पर विचार करने की बात कही जा रही है, क्योंकि गंभीर डेम में पानी तो जमा हो रहा है लेकिन पानी को टंकियों तक पहुंचाने वाले पंप खराब हैं।
ऐसे में जिम्मेदारों की चिंता बनी हुई है कि अगर रोजाना पंप चले तो कहीं आधी अधूरी चल रही व्यवस्था भी पूरी तरह ध्वस्त न हो जाए। जलप्रदाय में उपयोग होने वाले पंप, ट्रांसफार्मर आदि संसाधनों की जिम्मेदारी मेसर्स सिक्योर मीटर लिमिटेड कंपनी के पास है लेकिन कंपनी ने एक साल से पंपों की रिपेयरिंग और रखरखाव व्यवस्था बंद कर दी है। वर्तमान में अगर किसी जगह का पंप खराब होता है तो कंपनी द्वारा उसे ले जाया जाता है लेकिन सुधारकर लौटाया नहीं जा रहा। इससे पूरे शहर में रोजाना जलप्रदाय नहीं हो पा रहा। जलकार्य और सीवरेज प्रभारी प्रकाश शर्मा ने बताया कि कंपनी को उपकरण सही करने के लिए कई बार कहा लेकिन जवाब मिलता है कि भुगतान नहीं हो रहा। शहर की जलप्रदाय व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए प्रस्ताव बनाया है। जैसे ही स्वीकृति होती है काम शुरू कर दिया जाएगा। फिल्टर प्लांट सहित 6 पंपिंग स्टेशनों पर 11 पंप बंद, जिनमें से कई पंपों को खराब हुए व कंपनी तक पहुंचाए हुए एक साल से भी ज्यादा हो गया है। जलप्रदाय व्यवस्था अंतर्गत हेड वर्क्स के कई पंप पर स्टैंडबॉय व्यवस्था भी नहीं है, जिसके चलते अगर वर्तमान में चल रहे पंप खराब होते हैं तो उसकी जगह उपयोग के लिए दूसरा पंप भी उपलब्ध नहीं है। कंपनी 4 सालों से नगर निगम के साथ काम कर रही है। कंपनी और निगम का टेन्योर पांच साल का है । उपकरण 20 साल पुराने, पाइप लाइन हो गई जर्जर शहर के जलप्रदाय में उपयुक्त सभी संसाधन और उपकरण पुराने हो गए हैं, जिसके चलते खराबी आए दिन होती रहती है। पाइप लाइन, पंप, ट्रांसफर्मर, इंटेकवेल सभी रिपेयरिंग के भरोसे चल रहे हैं। अधिकांश उपकरण 20 साल पुराने हैं, जब इन्हें लगाया, तब शहर की जरूरत कम थी, जबकि गंभीर डेम बनने के बाद से आज की स्थिति में शहर की जनसंख्या चार गुना बढ़ चुकी है। पिछले 10 सालों से कोई भी नई मशीन, उपकरण शहर को नहीं मिले हैं और आगामी सिंहस्थ के लिए करोड़ों की योजना बनाई गई है। काम करने के लिए भुगतान भी जरूरी कंपनी पिछले चार साल से नगर निगम के साथ काम कर रही है। नगर निगम पिछले एक साल से काम का भुगतान नहीं कर रहा। हमने बहुत समय तक बिना भुगतान के काम भी किया है लेकिन काम करने के लिए राशि भी चाहिए।
-नितिन दोषी, प्रभारी मेसर्स सिक्योर मीटर लिमिटेड कंपनी