भाजपा ने सदस्यता अभियान शुरू कर दिया है। बड़े नेता बूथों पर जाकर कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर रहे हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सीएम हाउस व आसपास क्षेत्र के बूथ क्रमांक 111 पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं से बात करते समय मुख्यमंत्री ने मंच से पार्टी की पंच निष्ठाओं के बारे में पूछा तो मंच पर ही बैठे प्रदेश महामंत्री व इसी क्षेत्र के विधायक भगवानदास सबनानी और जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी बगलें झांकने लगे। बार-बार पूछने पर सबनानी और पचौरी ने एक जैसी दो निष्ठाएं बताईं। राष्ट्रीयता, समरसता और भारतीयता बताई।
जब पांचों निष्ठाओं को नहीं बताया जा सका तो खुद सीएम ने सबसे महत्वपूर्ण निष्ठा-‘लोकतंत्र की भावना पर विश्वास’ को खुद बताया। यह बूथ सबनानी की विधानसभा में आता है। वार्ड- 24 है जो टैगोर मंडल में आता है। कार्यक्रम हिंदी भवन में रखा गया था। कार्यक्रम के बाद पचौरी के कहने पर मुख्यमंत्री ने बूथ कमेटी के सभी लोगों को सीएम हाउस में भोजन कराया। बताया जा रहा है कि सीएम के अचानक पंच निष्ठा पूछने से प्रदेश महामंत्री और भोपाल शहर जिलाध्यक्ष बगलें झांकने लगे। दरअसल, भाषण देते समय सीएम ने पार्टी की पंच निष्ठाओं को लेकर कहा कि इनमें सर्वाधिक महत्व की कौन सी निष्ठा है। वैसे तो सभी निष्ठाएं अहम हैं। इसी के बाद सीएम ने पहले कहा, बताओ सुमित और भगवान भाई क्या हैं ये पंच निष्ठाएं। दोनों ने पहले सीएम की तरफ देखा और एक दूसरे का चेहरा देखते हुए दो निष्ठाएं बताईं। इसमें से भी एक दीर्घा में बैठे रविंद्र यति द्वारा बताई गई थी। सबसे अहम लोकतंत्र की भावना में विश्वास-बाद में सीएम ने कहा, सबसे अहम है लोकतंत्र की भावना में विश्वास। यानि भाजपा कहती नहीं, करके भी दिखाती है। देश में कोई ऐसी पार्टी नहीं जो अपने चुनाव से पहले सदस्यता का कार्यक्रम घोषित करे। सात ही पारदर्शी तरीके से नीचे तक काम भी करे। ये हैं पंच निष्ठाएं 1. राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय एकात्मता 2. लोकतंत्र की भावना पर विश्वास 3. सामाजिक-आर्थिक विषय पर गांधीवादी दृष्टीकोण, जिससे शोषण मुक्त एवं समता युक्त समाज की स्थापना हो सके 4. सकारात्मकता पंथनिरपेक्षता अर्थात सर्वधर्म समभाव 5. मूल्यों पर आधारित राजनीति। और यह भी पूछा… मुख्यमंत्री ने फिर पूछा, देश में कितने राजनीतिक दल हैं? जवाब नहीं मिला तो वे फिर बोले, 1500 पंजीकृत दल हैं। दुनिया की तो बात ही नहीं कर रहे। इसलिए सभी लोग जुट जाओ।