ग्वालियर में 26 अगस्त को आरपीएफ (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स) की प्रताड़ना से तंग आकर ऑटो चालक कमल कुशवाहा के फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। आरपीएफ पर अभी तक कोई कार्रवाई न होने से नाराज परिजन ने शनिवार दोपहर एसपी ऑफिस का घेराव कर नारेबाजी की है। परिजन का आरोप है कि पुलिस ने अब तक आरपीएफ पुलिस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की है।
परिजन का कहना है कि आरपीएफ पुलिस ने ऑटो चालक कमल कुशवाहा को खुद की चोरी गई ऑटो के झूठे केस में फंसाने और 50 हजार रुपए रिश्वत नहीं देने पर प्रताड़ित किया था। जिसके चलते उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक के परिजन ने पुलिस अधिकारियों को आरपीएफ पुलिस पर कार्रवाई करने के लिए शिकायती आवेदन भी दिया है। जिस पर पुलिस अधिकारियों ने मृतक के परिजन को जल्द मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
ऐसे समझिए पूरा मामला
बता दें कि सोमवार 26 अगस्त को ग्वालियर के झांसी रोड थाना क्षेत्र के नाका चन्द्रवदनी गली नंबर-चार की है। रहने वाले ऑटो चालक कमल कुशवाहा ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। मंगलवार को ऑटो चालक के शव का पोस्टमार्टम हुआ है। जिसके बाद परिजन ने सड़क पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया था। परिजन का आरोप था कि मृतक कमल कुशवाह को रेलवे पुलिस (RPF) प्रताड़ित कर रही थी। 9 अगस्त को उसका ऑटो रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार से चोरी हो गया था। जिसकी शिकायत उसने पड़ाव थाना में की थी। दो दिन बाद आरपीएफ थाना के पास ऑटो मिल गया था , जिसे पुलिस ने उसके सुपुर्द कर दिया था। इसके बाद आरपीएफ फिर ऑटो सहित चालक को उठाकर ले गई थी और उसी की ऑटो के चोरी में उसे फंसाने की धमकी दे रही थी। मामले को सुलझाने के बदले 50 हजार रुपए मांगने का आरोप है। बार-बार प्रताड़ना से तंग आकर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
नाराज परिजन ने किया था चक्काजाम
घटना के बाद ऑटो चालक के नाराज परिजन ने उसका शव नाका चन्द्रवदनी चौराहे पर रखकर चक्का जाम कर दिया था। सूचना पर झांसी रोड थाना पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे, जहां मृतक ऑटो चालक कमल कुशवाहा के परिजन को कार्रवाई करने का आश्वासन देकर चक्का जाम खुलवा दिया गया था। अधिकारियों ने मृतक के परिजन को सरकार की ओर से मिलने वाले सहायता राशि के रूप में अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार रुपए की सहायत दी थी।
कार्रवाई न होने के विरोध में घेरा एसपी ऑफिस
शनिवार को इस मामल में आम आदमी पार्टी के नेताओं के साथ मृतक के परिजन ने एसपी अॉफिस का घेराव किया है। मृतक के परिजन का आरोप है कि पुलिस ने अभी तक आरपीएफ पर कोई एक्शन नहीं लिया है। ऑटो चालक के परिजन के समर्थन में पहुंचे आम आदमी पार्टी के नेता अमित शर्मा ने बताया कि मृतक ऑटो चालक कमल कुशवाहा को आरपीएफ पुलिस उसी के ऑटो के झूठे केस में फंसाने को लेकर धमका रही थी। आरपीएफ के जवान 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे थे। जिससे प्रताड़ित होकर उसने फांसी लगा ली थी। एसपी ऑफिस का घेराव कर रहे लोगों को पुलिस अफसरों ने समझाया है कि जांच की जा रही है। यदि आरपीएफ के परेशान करने की बात सामने आई तो कार्रवाई की जाएगी।
संबंधित थाना प्रभारी को जांच कर कार्रवाई करने के दिए निर्देश
मामले की जानकारी देते हुए एडिशनल एसपी निरंजन शर्मा ने बताया है कि मृतक ऑटो चालक के सुसाइड के मामले में उसके परिजन एसपी कार्यालय आए थे और कार्रवाई करने के लिए आवेदन दिया है। जिस पर संबंधित थाना प्रभारी, सीएसपी को मामले की जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।