उपचुनाव से पहले गायब हुआ कांग्रेस का ‘दूल्हा’:चुपचाप नाम वापस लेकर कांग्रेस प्रत्याशी गायब; कांग्रेसियों का नहीं हो पा रहा संपर्क

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गुना नगरपालिका के वार्ड क्रमांक 30 के लिए उपचुनाव होना है। इसकी प्रक्रिया चल रही है। 11 सितंबर को मतदान होना है। इससे पहले ही कांग्रेस का ‘ दूल्हा ‘ गायब हो गया है। वह शुक्रवार को चुपचाप नाम वापस लेने कलेक्ट्रेट पहुंचे और फिर गुना से कहीं चले गए। कांग्रेसियों का उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। ऐसे में अब कांग्रेस निर्दलीय को सपोर्ट करने पर विचार कर रही है। वहीं भाजपा का प्रयास है कि चुनाव निर्दलीय हो जाए। बता दें कि गुना नगरपालिका के वार्ड क्रमांक 30 के पार्षद अतुल गौड़ की सरकारी नौकरी लग गई थी। इस वजह से उन्होंने पार्षद पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफा देने के बाद इस सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया था।इसके बाद इस वार्ड में उपचुनाव की प्रक्रिया चल रही है। यह वार्ड ST के लिए आरक्षित है। उपचुनाव घोषित होने के बाद 21 सितंबर से नामांकन जमा करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। कुल पांच दावेदारों ने नामांकन दाखिल किए थे। इनके से तीन ने भाजपा, एक ने कांग्रेस और एक ने निर्दलीय के रूप में फॉर्म जमा किया था। रमेश भील, निर्मला बाई, मनोज आदिवासी ने भाजपा के नाम पर नामांकन दाखिल किया था। वहीं हरिराम सहरिया ने कांग्रेस और हेमलता भील ने निर्दलीय के रूप में फॉर्म भरा था। भाजपा ने रमेश भील को मेंडेट जारी किया था। वहीं कांग्रेस ने हरिराम सहरिया को मेंडेट दिया था। कांग्रेस कैंडिडेट नाम वापस लेकर गायबशुक्रवार को कांग्रेस को उस समय बड़ा झटका लगा, जब पार्टी के कैंडिडेट हरिराम सहरिया ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना नाम वापस ले लिया। इसके बाद कांग्रेस पार्टी का उनसे संपर्क ही नहीं हो पा रहा है। यानि, चुनाव के ऐन पहले कांग्रेस का दूल्हा ही गायब हो गया। शनिवार को भाजपा के नाम पर नामांकन दाखिल करने वाले मनोज आदिवासी और निर्मला बाई ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया। अब केवल दो ही प्रत्याशी बचे हैं। एक भाजपा और एक निर्दलीय। ऐसे में कांग्रेस इस प्रयास में है कि निर्दलीय कैंडिडेट को सपोर्ट किया जाए। वहीं भाजपा इस कोशिश में लगी है कि निर्दलीय प्रत्याशी फॉर्म वापस ले लें और यह पूरा उपचुनाव निर्विरोध ही हो जाए।