नाबालिग ने कार से युवक को 10मीटर तक घसीटा, मौत:कार में बहन-चाचा सवार थे; पुलिस बोली- ये हिट एंड रन केस नहीं

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भोपाल में तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। बाइक को 10 मीटर तक घसीटते भी ले गया। कार 17 साल का लड़का चला रहा था। वह 11वीं का स्टूडेंट है। उसके साथ कार में चाचा और बहन समेत चार लोग थे। घायल को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना शुक्रवार रात करीब 8:30 बजे गोविंदापुरा थाना क्षेत्र में शांति निकेतन के पास की है। पुलिस ने कार चला रहे नाबालिग के खिलाफ सामान्य एक्सीडेंट का केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि हादसे के बाद नाबालिग और उसके साथी घटनास्थल से गाड़ी लेकर नहीं भागे हैं, इसलिए हिट एंड रन की एफआईआर नहीं की है। गोविंदपुरा थाना प्रभारी अवधेश सिंह तोमर ने बताया, रात में अन्ना नगर का रहने वाला राकेश (20) चेतक ब्रिज से शांति निकेतन की तरफ जा रहा था, तभी सुभाष नगर से चेतक ब्रिज की ओर जाने वाली रोड पर तेज रफ्तार कार ने राकेश की बाइक को टक्कर मार दी। कार की स्पीड इतनी ज्यादा थी कि हादसे के बाद 10 मीटर आगे जाकर रुकी। बाइक सवार के सिर और चेहरे में गंभीर चोट लगी थी। उसे पास के सिटी मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। रिश्तेदार के घर से लौट रहा था नाबालिग पुलिस के मुताबिक घटना के समय कार को 17 साल लड़का चला रहा था। वह साकेत नगर में रहता है। पिता किराना व्यापारी हैं। कार में नाबालिग के चाचा और छोटी बहन सहित दो अन्य लोग सवार थे। सभी किसी रिश्तेदार के घर से लौट रहे थे। हादसे से गुस्साई भीड़ ने कार सवारों को बेरहमी से पीटा। लड़की को छोड़ दिया। इस दौरान कुछ लोगों ने उपद्रवियों से बचाते हुए कार सवारों को भीड़ के बीच से निकाला। इसके बाद उन्हें गोविंदपुरा पुलिस थाना ले गए। यहां नाबालिग ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। शुरुआती जांच में नहीं मिले नशे में होने के सबूत गोविंदपुर थाना प्रभारी अवधेश सिंह तोमर ने बताया, कार चला रहे नाबालिग की मेडिकल जांच कराई गई है। शुरुआती जांच में नशे में होने के प्रमाण नहीं मिले हैं। इसके साथ ही ब्लड का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है, ताकि घटना के दौरान नशे में होने या नहीं होने की पुष्टि साइंटिफिक तरीके से हो सके। आरोपी के खिलाफ हिट एंड रन का केस दर्ज किया गया है। शनिवार दोपहर कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं, राकेश होटल में काम करता था। घटना के बाद अस्पताल में तोड़फोड़ राकेश की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने सिटी हॉस्पिटल के स्टाफ के साथ मारपीट की। तोड़फोड़ शुरू कर दी। परिजन ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज शुरू करने से पहले रुपए जमा करने का आरोप लगाया। सिक्योरिटी गार्ड ने जब लोगों को बाहर निकालने की कोशिश की, तो भीड़ ने बाहर से पथराव किया। इससे घबराए अस्पताल का स्टाफ वर्क स्टेशन छोड़कर भाग गया। गुस्साए लोग अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. सब्यसाची गुप्ता के मकान में घुस गए। बालकनी में रखे सामान को तोड़ना-फेंकना शुरू कर दिया। हॉस्पिटल डायरेक्टर के बेटे और परिजन ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उनकी भी पिटाई कर दी। हॉस्पिटल डायरेक्टर ने की हवाई फायरिंग भीड़ को काबू में करने और परिवार को सुरक्षित करने के लिए हॉस्पिटल डायरेक्टर के बेटे डॉ. उज्ज्वल गुप्ता ने पिस्टल से फायरिंग शुरू कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक डॉ. उज्ज्वल ने करीब 6 राउंड चलाए। इसके बाद लोग वहां से भागे। सूचना पर गोविंदपुरा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उपद्रवियों को खदेड़ा। मामले में करीब 50 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।