जिले में चौकीदारों की कमी के चलते 26 जलाशयों की सुरक्षा नहीं हो पा रही है। तालाबों पर भी चौकीदार तैनात नहीं है। जहां तालाब ओवर फ्लो होकर वेस्टवेयर से तेज बहाव में पानी बह रहा है। ऐसे में सीधे-सीधे जान जोखिम में डालकर यहां जलक्रीड़ा करने वाले लोगों को रोकने वाला भी कोई नहीं है। जिले में इस साल मानसून ने भले ही 21 जून को दस्तक दे दी हो, लेकिन जिले में अभी तक सामान्य औसत वर्षा के आंकड़े तक वर्षा नहीं पहुंची है। अभी तक वर्षा 39 दिन रिकार्ड की गई है जिसमें 1081 एमएम बारिश हुई है। बारिश के बाद अनेक जलाशय ओवर फ्लो हो गए हैं और वेस्ट वेयर से पानी बह रहा है जहां सुरक्षा के इंतजाम नहीं है। उल्लेखनीय है कि जिले में इस साल 26 से 28 जुलाई तक लगातार तीन दिन तेज वर्षा दर्ज हुई थी। उसके बाद से अभी तक एक माह का समय निकलने के बाद भी तेज बारिश दर्ज नहीं हुई है। जानकारी के अनुसार सीहोर जिले में हर साल बारिश के सीजन में जलाशयों में हादसे होते रहे हैं, लेकिन इन हादसों से अभी तक जल संसाधान विभाग ने सबक नहीं लिया है। इतना ही नहीं कई जगह अवैध खनन के बाद गड्ढों में पानी भरा हुआ है। वहां भी छोटे-छोटे बच्चे नहाते रहते हैं। बीते सालों में यहां भी कई बार हादसे हुए हैं। इस साल भगवानपुरा, जमोनिया और दोराहा में तालाब ओवर फ्लो हो गए हैं और उसके वेस्ट वेयर से पानी बह रहा है। जहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हैं। यहां पर इन दिनों छोटे-छोटे बच्चे भी वेस्ट वेयर के तेज बहाव में जान जोखिम में डालकर नहा रहे हैं, लेकिन यहां पर सुरक्षा के इंतजाम को लेकर कोई भी तैनात नहीं है जो लोगों को इसमें जाने से रोक सके।