दतिया के गांव भगोर से निकली अंगुरी नदी में बुधवार शाम ग्रामीणों ने एक शव पानी में उतरता देखा। सूचना सिविल लाइन थाना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए शव जिला अस्पताल भेजा। इसमें जांच पड़ताल से निकल कर सामने आया कि युवक ने करीब 5 दिन पहले नहर में खुद कर जान दे दी थी। उसने अपने रिश्तेदार को एक दुकान से सामान उधार दिलाया था। रिश्तेदार के पैसा नहीं देने पर दुकानदार युवक पर दबाव बना रहा था। इससे आहत होकर युवक ने नहर में छलांग लगा दी। कूदने से पहले भाई से की थी बात पुलिस के मुताबिक, मृतक की पहचान आकाश अहिरवार (24) के रूप में हुई है। जो झांसी के हरदौल मोहल्ले का रहने वाला था। मृतक के बड़े भाई अमन ने बताया कि, 26 अगस्त की शाम को मेरा भाई आकाश और पिता शिवचरण घर से मंदिर के लिए निकले थे। भाई ने पिता को मंदिर छोड़ा और बाइक लेकर निकल गया। रात को उसने मुझे फोन लगाया। बोला कि रिश्तेदार को एक इलेक्ट्रॉनिक शॉप से उधार सामान दिलाया था। अब वो दुकानदार के पैसे नहीं दे रहे हैं, जबकि दुकानदार बार-बार फोन पर उससे पैसे मांग रहा है। इससे परेशान होकर मरने जा रहा हूं। मेरे पूछने पर बताया कि अभी सुकुवां-ढुकुवां बांध पर हूं। इतना कहकर उसने फोन काट दिया। इसके बाद आकाश का मोबाइल बंद हो गया। इसके बाद हम लोग तुरंत प्रेमनगर थाने पहुंच गए। तब उसकी आखिरी लोकेशन बल्लमपुर गांव के पास मिली। हमत तलाश करते हुए बल्लमपुर गांव के पास राजघाट नहर पर पहुंचे। वहां नहर के किनारे आकाश की बाइक खड़ी थी, पर रात होने की वजह से सर्च अभियान शुरू नहीं हो पाया। एसडीआरएफ ने 27 अगस्त की सुबह से उसकी तलाश शुरू की। पुलिस ने आगे की कार्रवाई तेज की तो पता चला की शव दतिया की अंगुरी नदी में बह कर पहुंच गया है। बुधवार शाम भगोर गांव में निकली अंगुरी नदी में जब ग्रामीणों ने शव को उतरता देख पुलिस को सूचना दी। इसके बाद दतिया पुलिस ने शव को कब्जे में लिया तो उसकी पहचान आकाश के रूप में हुई। दतिया पुलिस ने झांसी पुलिस से संपर्क कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। बता दें, आकाश तीन भाई बहनों में सबसे छोटा है और अविवाहित है। भाई अमन और बहन कृति की शादी हो चुकी है।