फिर आया कोरोना, वैक्सीनेटेड लोगों को खतरा नहीं

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रहली ब्लॉक के बागरोन गांव निवासी 25 साल की प्रसूता महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉ​िज​​टिव आई है। इसके बाद महिला को आईसीयू वार्ड में वेंटीलेटर पर रखा गया है। राहत की बात यह है कि महिला से जन्मा शिशु सुरक्षित है। उसे एनआईसीयू वार्ड में रखा गया है। एहतियात के तौर पर प्रबंधन शिशु की भी कोरोना जांच करा रहा है। बीते 10 दिन में कोरोना का यह तीसरा केस सामने आया है। हालांकि वैक्सीन लगवा चुके लोगों को कोरोना के बढ़ते मामलों से संक्रमण का खतरा नहीं है। बीएमसी सूत्रों के अनुसार महिला को तीन दिन पहले बुखार की शिकायत हुई थी। उसे इलाज के लिए बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जांच के आधार पर मामला गंभीर होने के कारण पहले सीजर के जरिए महिला का प्रसव कराया गया। महिला ने स्वस्थ बेटे को जन्म दिया। महिला को आईसीयू में कोरोना मरीजों के लिए बनाए गए 5 पलंग के वार्ड में अलग से रखा गया है। िशशु को एनआईसीयू में रखा गया है। पहली बार संक्रमण, वैक्सीनेशन हो चुका इसलिए चिंता की बात नहीं : डॉक्टरों के अनुसार महिला को पहले बुखार की िशकायत थी। बाद में सांस लेने में भी समस्या होने लगी इसलिए संदेह के आधार पर उसकी कोरोना जांच कराई गई थी। ऑक्सीजन सेचुरेशन 50 से नीचे पहुंचने के कारण महिला को वेंटीलेटर पर रखा गया है। महिला के परिजनों के अनुसार उसे दोनों कोविड वैक्सीन लगाई जा चुकी थीं। कोरोना का संक्रमण उसे पहली बार हुआ है। एक्सपर्ट बोले : सिर्फ बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को खतरा मेडिकल एक्सपर्ट डॉ. संजीव मुखारया के अनुसार कोरोना का यह सामान्य मामला है। सर्दी कोरोना से मिलते-जुलते वायरस से ही होती है। इससे पहले भी इस तरह के मामले सामने आते रहे हैं। लेकिन जांच की सुविधा नहीं होने के कारण पकड़ा नहीं जा सका है। कोरोना के बढ़ते मामलों से वैक्सीनेटेड व्यक्तियों के लिए कोई परेशानी नहीं है। सिर्फ बुजुर्ग (65 साल से ऊपर) तथा गर्भवती महिलाओं को खतरा हो सकता है। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान और बढ़ती उम्र के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को और बुजुर्गों को सतर्क रहने की जरूरत है। पहले एसपी और खुरई की महिला हो चुकी संक्रमित रक्षाबंधन के मौके पर खुरई के बरोदिया नौनागिर गांव में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह दलित परिवार की महिला से राखी बंधवाने के लिए आए थे। इसके अगले दिन उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। यह जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल की थी। इसके बाद जिला प्रशासन ने आम नागरिकों और अधिकारियों सहित 18 लोगों की कोविड जांच कराई थी। जांच में राखी बांधने वाली महिला और एसपी िवकास शाहवाल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।