रावटी में दो मकान व एक दुकान के तोड़े ताले:एसपी से गश्त बढ़ाने की मांग, रात में चोरों ने फिर दिखा दिया कमाल

Uncategorized

रतलाम के रावटी में चोरों से परेशान रहवासियों ने मंगलवार को एसपी से गश्त बढ़ाने की मांग की। एसपी से मुलाकात के 24 भी नहीं बिते कि रात में फिर से चोरो ने यहां अपना कमाल दिखा दिया। चोर दो सूने मकान व एक दुकान में चोरी कर 5 लाख के आभूषण व नगदी चुरा ले गए। एक सप्ताह पूर्व में रावटी में एक ही रात में 7 घरों में चोरी की वारदात हो चुकी है। लेकिन आज तक पुलिस चोरों को नहीं पकड़ पाई। मंगलवार रात चोरों ने शिवगढ़-रावटी रोड सांई मंदिर के पास की एक सूनी दुकान और दो सूने घरों के ताले तोड़ें। किराना दुकान संचालक राकेश भाभर ने बताया कि मंगलवार रात को दुकान के पास वाले घर पर ताला लगाकर गांव में ही पुराने घर पर गए थे। बुधवार सुबह दुकान आया तो दुकान का ताला टूटा मिला। चोर दुकान में रखे 6500 रुपए ले गए। ड्रम में रखी अटैची में से 250 ग्राम चांदी के पायजेब, 125 ग्राम चांदी का कड़ा, चांदी की दो चूड़ियां, बच्चों के हाथ के दो जोड़ कड़े समेत कुल 50 हजार रुपए का सामान चोरी कर ले गए। रतलाम से सुबह लौटे तो ताले टूटे मिले रावटी के डा. शेखर पटेल के सूने मकान को चोरो ने निशाना बनाया। डॉ. पटेल ने बताया पारिवारिक काम परिवार के साथ से रतलाम गया था। बुधवार सुबह लौटा तो पता चला कि सूने मकान में चोरी हो गई। चोर 2 चांदी के कड़े जिसमें एक 200 व दूसरा 250 ग्राम का, 1 सोने की चेन, 25 हजार रुपए समेत दो लाख रुपए का सामान चुरा ले गए। पेट्रोल पंप पर काम करने वाले कर्मचारी राजू डोडियार के मकान का भी ताला तोड़ा। राजू ने बताया पत्नी रक्षाबंधन पर मायके तंबोलिया गई थी। वहां से रात को लौटने पर रावटी में रहने वाले भाई के यहां चली गई। मैं रात 8 बजे पेट्रोल पंप पर ड्यूटी करने चला गया। सुबह घर आया तो मकान के ताले टूटे मिले। ताला तोड़कर चोर सोने के 2 दो कड़े कीमत 1 लाख 12 हजार रुपए, आधा किलो चांदी का कंदोरा, चांदी के टॉप्स, 38 हजार रुपए समेत ढाई लाख रुपए का सामान चुरा ले गए। पुलिस की गश्ती पर उठे सवाल रावटी क्षेत्र में लगातार चोर चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे है। एक सप्ताह पूर्व में चोरों ने एक ही रात में सात मकानों को निशाना बनाया। मंगलवार दोपहर ही रावटी के लोगों ने चोरों से परेशान होकर क्षेत्र में गश्त बढ़ाने की मांग रतलाम आकर एसपी राहुल लोढ़ा से की। उसी रात फिर चोरों ने धावा बोल दिया। इससे साफ जाहिर है कि पुलिस ढिलाई व सुस्त कार्यप्रणाली के कारण चोर आसानी से चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे है। पूर्व में हुई चोरियों के बारे में पुलिस के हाथ आज तक खाली है।