ग्वालियर, शिवपुरी, मुरैना व गुना में नए इंडस्ट्रियल एरिया प्रदेश में तीसरी रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव ने ग्वालियर-चंबल संभाग में कई सेक्टर के औद्योगिक निवेश का रास्ता खोल दिया है। बुधवार को राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के सभागार में हुई कॉन्क्लेव के दौरान देश-विदेश से जुटे उद्योगपतियों ने अंचल में निवेश में अच्छी रुचि दिखाई। उद्योगपतियों ने सीएम डॉ. मोहन यादव से राउंड टेबल और वन टू वन चर्चा के दौरान 8 हजार करोड़ रुपए से अधिक के नए निवेश का प्रस्ताव दिया है। निवेशकों ने करीब 35 हजार रोजगार मिलने की बात भी कही है। सबसे बड़ा निवेश अदाणी समूह के अदाणी पोर्टस व एसईजेड के एमडी करण अदाणी (गौतम अदाणी के बेटे) ने घोषित किया। उन्होंने गुना व शिवपुरी में 3500 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की। वहीं, रिलायंस समूह के वाइस प्रेसीडेंट विवेक तनेजा ने रिन्युअल एनर्जी गैस व बायोगैस प्रोजेक्ट के निवेश का प्रस्ताव दिया है। समूह ने बीहड़ की जमीन पर काम करने की इच्छा जताई है। इस पर मुख्यमंत्री ने विचार करने का भरोसा दिया है। वन टू वन चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कलेक्टर रुचिका चौहान को निर्देश दिए कि वे निवेशकों से चर्चा करती रहें और समय पर उनकी कागजी प्रक्रिया को पूरा कराया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा- ग्वालियर समेत पूरे मप्र में औद्योगिक निवेश के लिए बहुत अच्छा माहौल है।
सरकार निवेशकों के साथ इसलिए लगातार बैठक कर रही है। व्यापारिक क्षेत्र में जो भी समस्याएं आएंगी, उनका समाधान सरकार के स्तर पर तत्काल होगा। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि आने वाले दिनों में कोलकाता में भी इन्वेस्टर्स रोड शो करने वाले हैं, इससे मप्र में निवेश लेकर आएंगे। ग्वालियर से पहले हुई कॉन्क्लेव में 1.80 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं।
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ग्वालियर-चंबल अंचल को ये मिला… सीएम बोले- ये चंबल है… यहां तो गोली भी विनम्रता से मारते हैं कॉन्क्लेव में भाषण की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ये चंबल है, यहां तो गोली भी विनम्रता से मारी जाती है। बेशक कोई पैर छूए, लेकिन अगर कोई बात हो जाए तो बंदूक चला देते हैं। सिंधिया को लेकर कहा कि मप्र की भलाई के लिए सिंधिया परिवार ने हमेशा अच्छे कदम उठाए हैं। राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने गलत राह पर चल रही सरकार गिरा दी थी और अब ज्योतिरादित्य जी ने भी गिरा दी। रिलायंस ने भी निवेश प्रस्ताव दिया है, सरकार का दावा है कि उसे मिलाकर 8 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। अदाणी के निवेश तो भूल ही गए… कॉन्क्लेव में सीएम के साथ सिंधिया और गौतम अदाणी के पुत्र करण। अपने भाषण में निवेश गिनाते-गिनाते सीएम को याद आया कि अदाणी समूह का निवेश कागज में नहीं लिखा है। इस पर वे बोले- लिखने वाले भूल गए। हमें तो अफसर भी बचाने हैं और सरकार भी। पीथमपुर और बरलई में ऑटो और आईटी-फाइनेंस में 882 करोड़ का होगा निवेश ग्वालियर में बुधवार को हुए रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव में इंदौर रीजन के लिए दो बड़े निवेश की घोषणा हुई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से वन-टू-वन मीटिंग में ओएफबी टेक जो फाइनेंस और आईटी क्षेत्र में काम करती है, उसने शिप्रा के पास बरलई में 350 करोड़ रुपए का निवेश करने की इच्छा जताई है। इसी तरह जमना ऑटो अपना विस्तार करते हुए पीथमपुर में 532 करोड़ का निवेश करेगी। एमपीआईडीसी की कार्यकारी संचालक सपना जैन ने बताया कि ओएफबी टेक कंपनी फाइनेंस और आईटी में 350 करोड़ का निवेश करेगी। कंपनी के सीईओ एंड एमडी आशीष महापात्रा ने इसके लिए सहमति दी। इसी तरह जमना ऑटो (विस्तार) 532 करोड़ का निवेश करेगी। कंपनी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर एस.पी.एस. कोहली ने उद्योग विभाग के अधिकारियों से बात की। कॉन्क्लेव में कुल 20 से अधिक उद्योगपतियों ने सीएम से वन टू वन बात की। कुल 8 हजार करोड़ का निवेश और 35 हजार लोगों को रोजगार मिलने की घोषणा की गई। खास बात यह है कि 35 में से 15200 रोजगार इंदौर रीजन के लिए होंगे।