इसी साल दिसंबर में सुपर कॉरिडोर पर छह किमी हिस्से पर मेट्रो के ट्रायल रन को लेकर मप्र रेल कॉर्पोरेशन के प्रबंध संचालक एस कृष्ण चैतन्य ने बुधवार को सुपर कॉरिडोर पर डिपो का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने प्रस्तावित अंडर ग्राउंड रूट भी देखा। अफसरों ने उन्हें बताया, यहां रूट को लेकर विवाद है। इसकी वजह यह है कि व्यापारियों को लग रहा है कि सड़क छोटी हो जाएगी। निरीक्षण के बाद उन्होंने अफसरों, कांट्रेक्टर्स की बैठक बुलवाई। वे बोले कि 1 दिसंबर को कमर्शियल रन करना है, इसलिए जुट जाइए। काम समय पर पूरा होना चाहिए।
सुपर कॉरिडोर पर एससी-3 स्टेशन पर वे अफसरों के साथ ट्रेन में सवार हुए। एक-एक स्टेशन तक ट्रेन से गए। इंट्री-एग्जिट गेट सहित अन्य सुविधाओं का मुआयना किया। वे डिपो भी गए। जल निकासी प्रणाली को लेकर बात की। ट्रायल रूट वाले सभी 5 स्टेशनों पर एंट्री और एक्जिट पॉइंट का काम जल्दी पूरा करने को कहा। वहां से एयरपोर्ट पर बनने वाले स्टेशन की जगह देखी। कालानी नगर में भी निरीक्षण किया। वहां बीएसएफ की जमीन मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लेगा। वहां से सीधे एमजी रोड पहुंचे। पूर्व प्लान के मुताबिक मेट्रो हाई कोर्ट से अंडर ग्राउंड होना है। यहां एमडी ने नक्शा और उसके अनुसार जगह का मुआयना किया। यातायात सुचारु बनाने के लिए सड़कों के पुनर्निर्माण व अनावश्यक बैरिकेड्स को हटाने पर जोर दिया। पानी की निकासी की लाइन के लिए निगम को देंगे साढ़े चार करोड़
स्टेशनों पर ट्रेन के संचालन के जरूरी सेवाओं को लेकर समीक्षा की स्टेशन करते हुए कंट्रोल रूम, टिकट ऑफिस, सिग्नल, टेलीकॉम उपकरण आदि काम जल्द पूरा करने के लिए कहा। वे बोले कि सिविल वर्क के साथ सिस्टम कार्य जल्द पूरा किया जाए। डिपो में मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अफसर, कंसल्टेंट, प्रशासनिक भवन, ट्रैक आदि काम देखे। डिपो की बाउंड्री वाल से आसपास के इलाकों में पानी निकासी की समस्या हो गई है। इसलिए निगम ने इसके लिए कॉर्पोरेशन से साढ़े चार करोड़ रुपए मांगे हैं। अफसरों ने इसकी जानकारी भी एमडी को दी। निरीक्षण के दौरान शोभित टंडन निदेशक (सिस्टम), अजय गुप्ता, निदेशक (प्रोजेक्ट्स), अजय कुमार महाप्रबंधक सिविल (भूमिगत), रणवीर सिंह राजपूत महाप्रबंधक सिविल (एलेवेटेड), अरुण कुमार श्रीवास्तव महाप्रबंधक (एस एंड टी और रोलिंग स्टॉक), राजीव कुमार गोयल के साथ-साथ जनरल कंसल्टेंट और अन्य ने हिस्सा लिया। गौरतलब है कि दिसंबर 2024 तक सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर पर मेट्रो का कमर्शियल रन शुरू करना है। हालांकि इस रूट पर अभी मेट्रो को यात्री नहीं मिलेंगे।