अशोकनगर जिला अस्पताल में बुधवार को डॉ. विकास सिंह कुशवाह व मरीज के अटेंडर्स के बीच विवाद हो गया। अस्पताल परिसर में देर तक हंगामा चला, बाद में कोतवाली थाना पुलिस पहुंची। मरीजों के अटेंडर्स को हिरासत में लेकर थाने ले जाया गया। डॉक्टर की शिकायत पर चार युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं दूसरे पक्ष में भी डॉक्टरों व गार्डों पर युवकों को पीटने के आरोप लगाए हैं। डॉक्टर की FIR में यह बताइए वजह
डॉक्टर ने कोतवाली थाने में आवेदन दिया, जिसमें बताया कि 22 अगस्त को हेमंत यादव निवासी सेमरा पहाड़ के फेफड़ों में संक्रमण होने के कारण आईसीयू वार्ड में भर्ती किया था। जिसका उपचार रात 9:00 बजे डॉक्टर विकास सिंह ने देखा था। हेमंत की स्थिति देखते हुए उसके पिता गुलाब सिंह को हायर सेंटर रेफर करने का सुझाव दिया था। लेकिन वे मरीज को स्वयं ही बिना किसी सूचना दिए लेकर चले गए थे। आज की मारपीट
डॉ. विकास सिंह ने थाने में बताया कि मैं आज सर्जिकल वार्ड में राउंड ले रहा था। तभी सर्जिकल वार्ड के गलियारे में गुलाब सिंह, राधेश्याम यादव, राजकुमार यादव एवं राहुल यादव मिले जो अपशब्द बोलने लगे साथ ही शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई। झगड़े की आवाज सुनकर कुछ और डॉक्टर आए, जिन्होंने बीच-बचाव किया। पुलिस ने डॉक्टर की शिकायत पर चारों युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर, उन्हें गिरफ्तार किया। साथ ही उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया। मन्ना सिंह यादव निवासी सेमरा पहाड़ ने बताया, 22 तारीख को हेमंत की मौत हो गई थी। सदमे में दो महिलाओं की आज तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हें इलाज के लिए लेकर आए थे। डॉ. विकास सिंह से इलाज के लिए कहा तो कुछ विवाद हो गया था। हमारे चार लड़के थे कुछ देर बाद तीन-चार डॉक्टर, आठ-दस गार्ड लेकर आए और चारों के साथ डंडों से मारपीट की। उन्हें कहा कि हमने भी डॉक्टरों व गार्डों पर रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है।