प्रतिवर्षानुसार निकलने वाली देवी अहिल्याबाई की पालकी यात्रा इंदौर का गौरव प्रसंग है। इस वर्ष भी वह आन-बान और शान से निकले, इसका प्रयत्न हम सभी कार्यकर्ताओं को करना चाहिए। यह बात पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इस वर्ष 1 सितंबर को देवी अहिल्याबाई की 229वीं पुण्यतिथि पर निकलने वाली पालकी यात्रा की तैयारियों को लेकर उषाराजे परिसर पर आयोजित बैठक में कही। ताई ने कहा कि इस यात्रा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल होंगे तथा वे अपने करकमलों से देवी की प्रतिमा को पालकी में विराजित करेंगे। इस यात्रा में पूरे शहर का प्रतिनिधित्व हो ऐसा प्रयास हमें करना चाहिए। इसके लिए हमारे कार्यकर्ता शहर के हर समाज एवं व्यापारिक संस्थाओं से संपर्क करें एवं उन्हें इस पालकी यात्रा में शामिल होने का निवेदन करें। मुख्य संयोजक सांसद शंकर लालवानी ने सभी कार्यकर्ताओं के साथ व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि – इस यात्रा में कई सामाजिक संगठन विशेष झांकियां लगाएंगे। कई भजन गायक लगातार भजन गाते हुए साथ चलेंगे। माइक भी शाम को ही शुरू होंगे एवं एमजी रोड पर सड़क के एक तरफ स्वागत मंच लगेंगे। संस्था के कार्यवाहक अध्यक्ष अशोक डागा ने बताया कि 1 सितम्बर को अहिल्याबाई की 229वीं पुण्यतिथि है। सुबह 8 अहिल्या प्रतिमा पर माल्यार्पण व इन्द्रेश्वर महादेव मंदिर में रुद्राभिषेक संपन्न होगा। मीडिया प्रभारी राम मूंदड़ा ने बताया कि बैठक में ग्रामीण प्रतिनिधि देवराजसिंह परिहार, बेटमा से सचिन गोरे, डॉ.डी.पी. मिश्रा, कम्पेल से संतोष पटेल, गौतमपुरा से विशाल राठी, देपालपुर से अनिल सोलंकी, पार्षद बरखा मालू, शिखा दुबे, प्रशांत बडवे, योगेश गेंदर, सुरेश टाकलकर, कंचन गिडवानी, राजा मंगवानी, कमल आहूजा सहित सिंधी समाज के वरिष्ठजन उपस्थित थे। बैठक में मुख्य रूप से सुधीर देडगे, रविंद्रसिंह गौड़, प्रेमप्रकाश वर्मा, कंचन गिदवानी, ज्योति तोमर, कमलेश नाचन, सुधीर दांडेकर, प्रकाश पारवानी, देवेंद्र ईनाणी सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन शरयू वाघमारे ने किया एवं उत्सव प्रमुख सुधीर देड़गे ने आभार माना।