सतना में गायों को उफनाई नदी में जबरन बहाने की क्रूर घटना को अंजाम देने वाले पुलिस के शिंकजे में आ गए हैं। मामले में सतना पुलिस ने नाबालिग समेत 4 आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक नागौद और सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सीमाई इलाके के ग्राम बमहौर में मंगलवार को गायों को पीट-पीटकर उफनाई नदी में धकेलने और तड़पने-मरने के लिए मजबूर करने वाले 4 आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। इनमें से एक नाबालिग है जबकि तीन अन्य आरोपियों में बेटा बागरी, रवि बागरी और रामपाल चौधरी निवासी हरदुआ मझोल थाना नागौद शामिल हैं। नागौद टीआई अशोक पांडेय ने बताया कि चारों आरोपियों के खिलाफ 4/9 गोवंश प्रतिषेध अधिनियम तथा बीएनस की धारा 325 (3/5) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों को बुधवार की सुबह गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर दिया गया है। इनके खिलाफ विक्की उर्फ विनोद पाराशर निवासी नागौद ने शिकायत दर्ज कराते हुए पुलिस को बताया था कि सतना से वापसी के वक्त उन्होंने ये क्रूर और अमानवीय घटना देखी थी। पुलिस ने बताया कि उफनाई नदी में आरोपियों ने लगभग 15 गायें खदेडी थीं, उनमें से कुछ की मौत भी हुई है जबकि कुछ बच गई हैं। कितनी गायों की मौत हुई, अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है क्योंकि पानी का बहाव तेज था और गायें बह कर दूर तक भी चली गई हो सकती हैं। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे ऐरा से परेशान थे इसलिए उन्होंने यह घटना अंजाम दी। बता दें कि मंगलवार की दोपहर बमहौर में रेलवे पुल के नीचे उफनाई नदी में गायों को जबरदस्ती धकेला गया था। गायें पानी के तेज बहाव में बहते हुए स्टॉप डैम के नीचे जा गिरी थीं। कुछ के तो पैर भी ऊपर उठ गए थे और वे जान बचाने के लिए संघर्ष करती रही थी। इस अमानवीय घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसके बाद एसपी आशुतोष गुप्ता ने नागौद और सिविल लाइन थाना पुलिस को त्वरित कार्रवाई के लिए कहा था।