कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में घूम रहे इकलौते चीते पवन की मौत हो गई है। वह झाड़ियों के बीच नाले में मृत मिला। पार्क प्रबंधन को आशंका है कि चीते की मौत डूबने से हुई है, क्योंकि उसका आधा सिर पानी में डूबा मिला। कराहल क्षेत्र में दो दिन से तेज बारिश थी और नाले उफान पर थे। संभवत: इसी में पवन फंस गया। हालांकि पार्क प्रबंधन का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण का पता चलेगा। सूत्रों का कहना है कि मॉनिटरिंग टीम को पवन दो दिन से नहीं दिखा था। यानी उसकी मौत 26 अगस्त को हुई होगी। नाले में मिला शव, बरसात में फंसने की आशंका
कूनो में चीतों की मौत के पीछे एक कारण ज्यादा बारिश व जलवायु भी
कूनो में चीतों की मौत के पीछे बड़ा कारण जलवायु भी है। चीतों को लेकर बनी स्टीयरिंग कमेटी की पिछले साल 10 अगस्त को हुई मीटिंग में चेयरमैन डॉ. राजेश गोपाल ने कहा था कि दक्षिण अफ्रीका-नामीबिया में भारत की तरह बारिश नहीं होती। वहां का पर्यावरण व मौसम भी अलग है। केन्या, इथोपिया, तंजानिय से चीते लाएं तो उनके बचने के मौके ज्यादा होंगे।