जबलपुर के रद्दी चौकी गोहलपुर क्षेत्र में रहने वाले एक 21 वर्षीय युवक ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया है कि उसे मलेशिया में अच्छी नौकरी का झांसा देकर भेजा गया, जिसके लिए जबलपुर में बैठे दो एजेंटों ने बकायदा पैसे लिए और भरोसा भी दिलाया, पर वहां पर ना ही नौकरी मिली और ना ही रहने का ठिकाना। इतना ही नहीं नौकरी के नाम पर दो लोगों ने 90 हजार रुपए भी लिए, और अब रुपए देने से इंकार कर रहे है। युवक की शिकायत पर गोहलपुर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 21 साल के युवक मोहम्मद इमरान अंसारी ने पुलिस को बताया कि दोनों युवकों ने इससे पहले भी कई लोगों को जबलपुर से मलेशिया भेजा है, और फिर वहां से वीडियो कॉल कर बताया गया कि अच्छी नौकरी मलेशिया में कर रहे है। करीब एक माह तक किसी तरह है इमरान ने मलेशिया में अपने दिन बिताए और जैसे तैसे लौटकर वापस जबलपुर आया। इमरान ने लिखित शिकायत में पुलिस को बताया कि उसे बताया गया था कि 8 घंटे का काम होगा जहां उसे हर माह 45000 रुपए मिलेंगे। मलेशिया के रास्ते बैंकॉक पहुंचने के बाद उसे ना ही नौकरी मिली और ना ही ठहरने का ठिकाना। इरफान के मुताबिक गोहलपुर थाना अंतर्गत तलैया निवास की इस्ताक और सलीम ने उससे पैसे लेकर मलेशिया नौकरी के लिए भिजवाया था।
मोहम्मद इमरान अंसारी की शिकायत को गोहलपुर थाना पुलिस ने गंभीरता से लिया है और जिन लोगों के अभी तक इमरान ने नाम बताए हैं उनकी तलाश शुरू कर दी है गोहलपुर थाना प्रभारी प्रतीक्षा मार्को के मुताबिक इमरान ने जबलपुर के अलावा मलेशिया में भी रहने वाले कुछ लोगों के नाम बताए हैं। सलीम और इस्ताक की तलाश की जा रही है। उनके पकड़ में आने के बाद और भी कई मामले की जानकारी खुल सकती है। मोहम्मद इमरान ने पुलिस को बताया कि 90 हजार रुपए लेने के बाद उसे 23 मार्च को ट्रेन से मुंबई भिजवाया गया जहां उसे दो कश्मीर और दो बिहार में रहने वाली युवक मिले। 25 मार्च को फ्लाइट से वह बैंकाक पहुंचा जंहा बताया गया कि होटल ठहरने के लिए बुक की गई है पर बाद में पता चला कि उनके नाम पर कोई भी कमरा बुक नहीं था।