5 सितंबर को देश भर के अलग-अलग राज्यों से 50 शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। इसमें मध्य प्रदेश के दो शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार सम्मान के लिए चयनित किया गया है। इनमें मन्दसौर की महिला शिक्षक सुनीता गोधा का भी नाम शामिल है । सुनीता गोधा ने शिक्षक जीवन मे छात्राओं के उत्थान के लिए कई कार्य किए है। इसके लिए उन्हें कई बार पुरस्कारों के नवाजा गया है। डॉ. सुनीता गोधा जिले के खजुरिया सारंग के उच्च माध्यमिक शिक्षा हाई स्कूल में पदस्थ है। शिक्षक जीवन के 26 वर्षों में छात्र छत्राओं के उत्थान के कई कार्य किए। वर्ष 2018 में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल द्वारा 5 सितंबर को पुरस्कार प्राप्त किया इसके साथ ही वर्ष 2019, 2020 एवं 2021 में भी राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार की मप्र की पैनल में उपलब्धि रही। उन्होंने ने बताया कि गांव के स्कूल में आने वाली अधिकांश छात्राएं बीपीएल परिवार और किसान मजदूर वर्ग से आती है ऐसे में उन्हें परिजन शाला छोड़ने का दबाव बनाते हैं शिक्षिका ने छात्राओं को आगे पढ़ने के लिए प्रेरित किया और 11 छात्राओं को 12वीं तक शिक्षित होने की प्रेरणा दी। इसके साथी छात्रों के अभिभावकों से कन्या विवाह को रोकना और पढ़ाई के लिए प्रेरित करने का कार्य किया वहीं छात्राओं से सेल्फ एंप्लॉयमेंट छोटी-छोटी नौकरी के लिए प्रेरित किया जैसे एएनएम शिक्षिका आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आशा उषा कार्यकर्ता । स्कूल की बोर्ड परीक्षा में इनके द्वारा पढ़ाए गए सभी छात्र-छात्राओं को श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम रहा वही खेल को में भी छात्र राज्य और राष्ट्रीय स्तर तक चयनित हुए । मध्य प्रदेश में आनंद विभाग की मास्टर ट्रेनर्स और सहयोगी के रूप में कार्य किया। इस दौरान विद्यालय के कक्षाओं में आनंदम वातावरण तनाव मुक्त माहौल में पढ़ाई और परीक्षा के लिए अभिनव प्रयास किया विद्यार्थियों को सृजनात्मक विकास कर नैतिक मूल्य विकसित करते हुए राष्ट्रीय एकीकरण में सहयोग की भूमिका निभाई । उन्होंने छात्रों के लिए कई कार्य किया और पुरस्कार भी जीते ।