शहर के पमनानी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने ढाबला गांव से पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंचे मरीज का पथरी बताकर ऑपरेशन कर दिया। हालत खराब होने के बाद मरीज को रेफर कर दिया गया। मामले में मंगलवार को पीड़ित के परिजनों के साथ सैकड़ों समाजजन एसपी और कलेक्टर से मिले। परिजनों ने हॉस्पिटल और आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। ऑपरेशन में लापरवाही बरती पीड़ित के भाई विकास पोरवाल ने बताया कि 24 जुलाई को स्टेशन रोड़ स्थित पमनानी हॉस्पिटल में उसके बड़े भाई राजेश रत्नावत को दिखाने आए थे। यहां डॉक्टरों ने बताया कि पथरी है और तत्काल ऑपरेशन की बात कह दी। पीड़ित ने बताया कि डॉक्टरों के कहने पर हमने ऑपरेशन करवा लिया। हॉस्पिटल में 4 से 5 दिन भर्ती रखा तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो राजस्थान के उदयपुर रेफर कर दिया। वहां से गुजरात के अहमदाबाद ले गए। जहां डॉक्टरों ने बताया कि पथरी के ऑपरेशन के दौरान लापरवाही से मरीज के पेट से दूसरी नस को नुकसान पहुंचा है। पीड़ित के परिजनों ने बताया कि अब तक करीब 11 लाख रुपए खर्च हो चुके है। हमने पमनानी हॉस्पिटल के संचालक को बताया था तो उन्होंने इलाज का खर्च देने की बात कही थी। हालांकि, अब वे मुकर गए हैं। मामले में परिजनों ने पमनानी हॉस्पिटल और ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मामले में एएसपी गौतम सौलंकी ने बताया कि पीड़ित परिवार ने आवेदन देकर पमनानी हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मामले में जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। लापरवाही के और भी मामले जिले में डॉक्टरों की लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं। हाल की मे सीतामऊ निवासी महिला के पेट मे नसबंदी के दौरान सर्जिकल कैंची पेट में छोड़ने का मामला सामने आया है। वही शामगढ निवासी एक महिला के पेट मे ऑपरेशन के दौरान सर्जिकल चिमटी छोड़ने का मामला भी सामने आया था।