राजस्व महा अभियान के तहत कामकाज में लापरवाही पर पिछले दिनों एक साथ 16 पटवारियों को निलंबित किया गया था। एक साथ इतने पटवारियों के निलंबन के मामले ने सतना में तूल पकड़ लिया है। इन पटवारियों के बचाव में पटवारी संघ मैदान पर उतर आया है और आंदोलन करने की चेतावनी दी है। सामूहिक अवकाश पर जाने की चेतावनी सतना जिले की अलग-अलग तहसील के 16 पटवारियों को निलंबित किया गया था। जिसके विरोध में पटवारी संघ ने मंगलवार को सतना कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। पटवारियों का निलंबन वापस लेने की मांग पर जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान उन्होंने एसडीएम सिटी नीरज खरे को ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि अगर पटवारियों की बहाली नहीं हुई तो सतना जिले के सभी पटवारी सामूहिक अवकाश पर चले जाएगे। इस मामले में पटवारी संघ का प्रतिनिधि मंडल कलेक्टर से भी चर्चा करेगा और अवकाश पर जाने का निर्णय उस मुलाकात के नतीजों पर निर्भर करेगा। गौरतलब है कि राजस्व महा अभियान के तहत नक्शा तरमीम और ई केवाईसी के काम में न्यूनतम प्रगति पर एडीएम स्वप्निल वानखेड़े ने लेक्टर अनुराग वर्मा के निर्देश पर 16 पटवारियों को निलंबित कर दिया है। सस्पेंड किए गए पटवारियों में रघुराजनगर तहसील के धौरहरा की पटवारी अंतिमा बागरी ,शिवपुर के इंद्रजीत सिंह , मझगवां तहसील के बरौंधा के पटवारी अमित द्विवेदी,लालपुर-पड़री के पटवारी विनोद त्रिपाठी, बिरसिंहपुर तहसील के बड़खेर-खांच के पटवारी दुर्गेश शुक्ला, चंदई की पटवारी ममता रोचलानी, उचेहरा तहसील के श्यामनगर-पथरौंधा पटवारी धर्मेंद्र कुमार पांडेय, कुंदहरी कला के हरीश कुमार सोनी शामिल हैं। इसके अलावा रामपुर बाघेलान तहसील के बेला-रामनगर के रवि तिवारी,झिरिया कोपरिहान पटवारी मोलई सिंह,कोठी तहसील के नदना पटवारी अमित पाठक, नैना की रानू ठाकुर को सस्पेंड किया गया है।