उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के किले में स्थित बांधवाधीश मंदिर में मंगलवार को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। जन्माष्टमी में किले के मंदिर में दर्शन के लिए हजारों की संख्या में आसपास के जिलों से भी श्रद्धालु तला गेट पहुंचते हैं। मंदिर में दर्शन के लिए वन मार्ग होने के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी ना उसके लिए जिला प्रशासन और बांधवगढ टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अधिकारी कर्मचारी व्यवस्था में जुटे हुए हैं। और रास्तो की निगरानी के साथ वन्य प्राणियों की मूवमेंट पर भी नजर रख रहे हैं। जानकारी के अभाव में आज पहुंचे श्रद्धालु श्रद्धालु सोमवार को ही जानकारी के अभाव में ताला गेट पहुंच गए। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचकर श्रद्धालुओं को जानकारी दी। जिसके बाद श्रद्धालु वापस लौटे। 10 किलोमीटर का जंगल का रास्ते का सफर फिर दर्शन बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में जंगल के पहाड़ में किला मे स्थित बांधवाधीश के मंदिर में पहुंचने के लिए श्रद्धालु ताला गेट से पैदल ही लगभग 10 किलोमीटर का सफर तय करते हैं। बांधवाधीश का मंदिर श्रद्धालुओं के लिए साल में जन्माष्टमी के दिन दर्शन के लिए खोला जाता है। इनका कहना है बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सहायक संचालक दिलीप मराठा ने बताया कि मंगलवार को जन्माष्टमी में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो इसके लिए 300 से अधिक बांधों का टाइगर रिजर्व के अधिकारी कर्मचारी और 200 से अधिक पुलिस बल और जिला प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी तैनात रहेंगे। जंगली हाथी और वन्य प्राणियों की मूवमेंट पर निगरानी रखी जा रही है। सुरक्षा के लिए 12 से अधिक विभागीय हाथियों को भी तैनात किया गया है।