एजुकेशन पोर्टल अपडेट न होने के कारण अतिशेष शिक्षकों की सूची में ढेरों विसंगतियां सामने आ रही हैं, जिससे शिक्षकों में नाराजगी व्याप्त है। हालात यह हैं कि स्कूल में शिक्षक का पद खाली है और पोर्टल पर भरा बताया जा रहा है। जिससे न तो अतिशेष की सही जानकारी मिल रही है और न ही खाली पदों की। इतना ही नहीं, पोर्टल पर शिक्षकों के विषय भी गलत दर्ज हैं। कुछ स्कूलों में ऐसे भी हालात हैं कि प्राचार्य का एक पद स्वीकृत है और पोर्टल दो पदस्थ बता रहा है। शासकीय शिक्षक संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष उपेन्द्र कौशल ने ऑनलाइन काउंसिलिंग के माध्यम से अतिशेष शिक्षकों की अन्य स्कूलों में पदस्थापना से पहले पोर्टल को अपडेट करने की मांग आयुक्त लोक शिक्षण से की है। ताकि अतिशेष शिक्षकों का समायोजन शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार हो सके। दावे-आपत्ति सुनने का मौका भी नहीं दिया अतिशेष शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में पदस्थ करने के मामले में लोक शिक्षण संचालनालय के अधिकारियों ने शिक्षकों को दावे और आपत्ति सुनने का मौका भी नहीं दिया है। शिक्षक इसे अधिकारियों की हठधर्मिता बताते हैं। शिक्षकों का कहना है कि अभी तक उच्च पद के प्रभार की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हुई है। इनमें कई ऐसे शिक्षक हैं, जिनकी उच्च पद के प्रभार की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, सिर्फ आदेश होने हैं और उन्हें अतिशेष में रख लिया गया है।